- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुभ मुहुर्त में चढ़ाई बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी

- देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने चढ़ाई आस्था की खिचड़ी

- दर्शन के बाद खाजा-खजला, मिठाई, श्रृंगार व अन्य जरूरत की सामान की हुई खरीदारी

GORAKHPUR: 'जय हो बाबा गोरखनाथ के जयकारों संग देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने गुरू गोरक्षनाथ बाबा को आस्था की खिचड़ी चढ़ाई और प्रसाद का भोग लगाया। शुक्रवार की देर रात से ही गोरखनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा, लाखों की भीड़ के बीच मंदिर परिसर में तिल रखने तक की जगह नहीं मिली। मंदिर के हर प्वाइंट पर भारी पुलिस बल की तैनाती रही। जबकि स्वयंसेवको ने भीड़ को काबू में करने के लिए पूरी तरह से व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखते हुए नजर आए।

सीएम ने ब्रह्म मुहूर्त में चढ़ाई खिचड़ी

मुख्य रूप से मकर संक्रांति के महापर्व के इस पर्व पर गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने सुबह ब्रह्म मुहुर्त में खिचड़ी चढ़ाई। करीब 45 मिनट तक विशेष पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने नेपाल नरेश के यहां से आई खिचड़ी चढ़ाई। उसके बाद रात से ही लाइन में लगे श्रद्धालुओं ने खिचड़ी चढ़ाना शुरू कर दिया। यह सोमवार की देर रात तक चलता रहा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में बैरिकेडिंग लगाए गए हैं, लेकिन जगह-जगह पुलिस की तैनाती होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त नजर आई। महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था थी।

आठ लाख से उपर श्रद्धालुओं ने चढ़ाई खिचड़ी

मंदिर प्रशासन की माने तो खिचड़ी मेले में करीब 8 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई। रविवार की देर शाम के बाद से ही आस्था का जनसैलाब के आने का सिलसिला शुरू हो चुका था। मकर संक्रांति के मौके पर पूरे दिन बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला चलता रहा और प्रॉपर एनाउंसमेंट के साथ श्रद्धालुओं के एक-एक समूह के झुंड को दर्शन के छोड़ा जा रहा था।

दूसरे देश व राज्यों से आए श्रद्धालु

एक माह तक चलने वाला खिचड़ी मेले में न सिर्फ पड़ोसी देश नेपाल से श्रद्धालुओं ने डेरा डाल रखा है। बल्कि अमेरिका, जापान, थाईलैंड, आस्ट्रिया, मलेशिया, सिंगापुर आदि देशों से श्रद्धालुओं का झुंड आया है। देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई के साथ बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, उड़ीसा, पंजाब से भी श्रद्धालु बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के पहुंच रहे हैं। दूर-दराज से आने वाले इन श्रद्धालुओं के लिए ठहरने का मंदिर की तरफ से उचित व्यवस्था की गई है।

झूले के साथ एडवेंचर है मौत का कुंआ

एक तरफ जैसे-जैसे श्रद्धालुओं का रेला मंदिर के मुख्य द्वार से दर्शन के लिए उमड़ रहा है। वहीं मुख्य मंदिर के उत्तरी द्वार से बाहर निकलने वाले श्रद्धालुओं की अलग से भीड़ दिखाई दी। दर्शन के बाद बाहर निकलने के बाद श्रद्धालु सीधे भीम सरोवर में चल रही बोटिंग का आनंद लेने के बाद मेला परिसर में प्रवेश कर रहे हैं। बच्चों के झूले, समेत मनोरंजन के तमाम साधन उपलब्ध है, वहीं मौत का कुंआ और बड़ी चरखी लोगों को भयभीत कर रही है। एडवेंचर मौत के कुंआ को देखने के लिए जबरदस्त भीड़ उमड़ी हुई है।

खाजा-खजला की हुई जमकर बिक्री

मंदिर परिसर के मुख्य द्वार से सटे लाइन से दुकानें सजाई गई हैं। जहां पर खाजा-खजला, मिठाई की जबरदस्त सेल हो रही है। यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दी। एक तरफ जहां महिलाओं और युवतियों को श्रृंगार के साथ-साथ कॉस्मेटिक के सामान की जबरदस्त खरीदारी करते हुए नजर आई। वहीं कुछ युवतियां बंदूक से निशानेबाजी करने में भी पीछे नहीं रहे। कुल मिला-जुलाकर यह मेला आस्था के साथ मौज मस्ती का भी केंद्र बना रहा।