- सीएम के शहर आगमन पर जाम लगना हुआ आम

- सोमवार को भी पुलिस ने सीएम रूट पर घंटों रोके रखा ट्रैफिक

- दोपहर से देर शाम तक जाम में फंसे रहे गोरखपुराइट्स

GORAKHPUR: आज फिर सीएम शहर में हैं, अब तो तीन घंटे जाम में फंसना तय है। ये किसी और की नहीं बल्कि शहरवासियों की आम राय बनती जा रही है। सीएम के शहर आगमन के दौरान हर बार पुलिस की बदइंतजामी के चलते घंटों जाम में फंसने वाले गोरखपुराइट्स सीएम के सिटी ना आने की दुआ करने लगे हैं। सोमवार को भी सीएम के कार्यक्रम के बाद उनके वापसी शेड्यूल के दौरान लोग को ये परेशानी झेलनी पड़ गई। इस बीच दोपहर दो बजे के बाद मोहद्दीपुर, छात्रसंघ, पैडलेगंज, टीपी नगर, गणेश चौराहा, रेलवे स्टेशन रोड, कूड़ाघाट, यूनिवर्सिटी चौक आदि जगहों पर जबरदस्त जाम लगा रहा। जिसके चलते स्कूल, कॉलेज के छात्रों सहित सैकड़ों राहगीर घंटों परेशान होते रहे।

छुट्टी के वक्त ही क्यों आते हैं सीएम

सोमवार दोपहर दो बजे के करीब सीएम का काफिला वापसी के लिए निकला। इस बीच उनके रूट के प्रमुख चौराहों पर पुलिस ने काफी पहले से आवागमन रोक रखा था। जिसके चलते सैकड़ों वाहनों को रोक दिया गया। इसी बीच स्कूल्स, कॉलेजेज और यूनिवर्सिटी की छुट्टी भी हो गई। ट्रैफिक रुके होने के चलते यूनिवर्सिटी चौक पर जाम लगने से करीब डेढ़ घंटे तक स्कूली बच्चों समेत राहगीर फंसे रहे। आलम यह था कि ऑटो में बैठे स्कूली बच्चे भूख और प्यास के मारे बेहाल नजर आ आ रहे थे। जाम में फंसी परेशान स्कूली छात्राएं कहतीं मिलीं कि सीएम अंकल के आने से सिटी में जाम लग जाता है। वहीं, कई लोग सीएम के काफिले को कोस रहे थे। राहगीरों में यही चर्चा चल रही थी कि आखिर सीएम के आने-जाने का समय दोपहर के व्यस्त समय ही क्यों रखा जाता है।

पुलिस के छूटे पसीने

वहीं, यूनिवर्सिटी चौराहा से लेकर पैडलेगंज चौराहा तक जाम के झाम में फंसे राहगीरों को राहत दिलाने में पुलिस के आला अधिकारियों के पसीने छूटते हुए नजर आए। यूनिवर्सिटी चौराहे पर तो एसपी ट्रैफिक, एसपी सिटी, दो-दो सीओ समेत दर्जन भर से ज्यादा पुलिस कर्मी तैनात होने के बावजूद जाम संभाला नहीं जा सका। उल्टा पुलिस कर्मी पब्लिक पर ही झुंझलाते रहे। कोई पुलिस कर्मी चौराहा रस्सी से ब्लॉक कर रहा था तो एसपी सिटी पुलिस कर्मियों को ही डांटते नजर आए। चूंकि बिलंदपुर से यूनिवर्सिटी चौक के बीच सीएम का काफिला वापस आना था, इसलिए पुलिस वालों के हाथ-पांव फूलने लगे। सीएम कहीं जाम न फंस जाए, इसे देखते हुए आनन-फानन में पब्लिक को ही डपटना शुरू कर दिया गया।

नहीं थी कोई तैयारी

मोहद्दीपुर और पैडलेगंज चौराहे पर लगे जाम में फंसे लोगों का कहना था कि सीएम के आने से इतना जाम लग जाता है कि लोगों के सारे कार्य प्रभावित हो जाते हैं। जरूरी काम के लिए शहर में आए लोगों को जाम का सामना देर शाम तक करना पड़ा। जो भी जाम में फंसा रहा, उन सबका यही कहना था कि पुलिस की तरफ से कोई तैयारी नहीं थी। जब सीएम के शहर में ही लोगों को ट्रैफिक से निजात नहीं मिल सकती तो फिर बाकी के जिलों का क्या हाल होगा।

कोट्स

कॉलेज की छुट्टी के वक्त ही सीएम का काफिला यूनिवर्सिटी चौक से गुजरता है। जबकि दोपहर दो बजे ही स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी की छुट्टी होती है। अब ऐसे में ट्रैफिक पुलिस को पहले से ही रूट डायवर्ट या फिर सीएम के रूट का प्लान दूसरे रास्ते से करना चाहिए।

- मधुलिका, स्टूडेंट

एक घंटे से जाम में फंसी हुई हूं, पता नहीं कब तक जाम खुलेगा। अब आगे जब सीएम आएंगे तो शहर में निकलूंगी ही नहीं। सीएम के आने पर तो तीन से पांच घंटे का जाम लगना तय है।

- अंजली मणि त्रिपाठी, स्टूडेंट

इतनी पुलिस तैनात होने के बाद भी ट्रैफिक का बुरा हाल है। आईजी से लेकर सारे आलाधिकारी रोड पर हैं। उसके बाद भी जाम लगना समझ से परे है।

- धीरेंद्र कुमार, प्रोफेशनल

कॉलेज की छुट्टी हो गई है, घर जा रही हूं, लेकिन इतना जाम लगा है कि पूछिए मत, सुबह-सुबह ब्रेक फास्ट भी नहीं कर पाई थी। भूख लगी है, लेकिन पता नहीं कब तक जाम में फंसे रहना होगा।

- भावना, स्टूडेंट

जब पुलिस को यह पता है कि शहर में सीएम आए हैं तो उन्हें पहले से तैयारी करके रखनी चाहिए थी। अब तो सीएम के आने से पहले ही में रास्ता बदल दूंगा। पुलिस को व्यवस्था दुरुस्त रखनी चाहिए थी।

- सतीश, प्रोफेशनल

शहर में शिक्षण संस्थान

स्कूल - 53

स्कूली छात्र - 1,55,000

कॉलेजेज की संख्या - 08

कॉलेजेज के स्टूडेंट्स की संख्या - 67,000

स्कूल, कॉलेज व यूनिवर्सिटी के छुट्टी का समय- 1.30 से शाम 4 बजे तक

यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की संख्या - 12,000

गोरखपुर शहर में डेली आने वाले लोगों की संख्या- 4,50,000

नोट - ये सभी आंकड़े औसत में हैं।

वर्जन

लोगों में सब्र नहीं है। सब एक दूसरे से आगे निकलना चाहते हैं। पुलिस तो अपना काम कर ही रही थी। लोगों को भी हमें सहयोग करना होगा।

- आदित्य वर्मा, एसपी ट्रैफिक