- सिटी के साहबगंज, सेंट एंड्रयूज कॉलेज और उत्सव लॉन में ऑर्गनाइज हुई एक्टिविटी

- अनवांटेड पॉपअप, मैसेजेज, अनवांटेड कॉल, चेन वॉट्सएप मैसेज के साथ मोबाइल फ्रॉड को लेकर हुआ डिस्कशन

GORAKHPUR: शहर के अलग-अलग इलाकों में पब्लिक से जुड़े मुद्दों पर उनकी राय और सॉल्यूशन का दौर जारी है। इस सीरीज में दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से सोमवार को शहर के तीन स्पॉट्स पर डिस्कशन ऑर्गनाइज किया गया। इसमें बड़ी तादाद में स्टूडेंट्स, बिजनेसमैन के साथ ही प्राइवेट एंप्लाइज शामिल हुए। इस दौरान मोबाइल यूजर्स को आए दिन कंपनीज के टॉर्चर, बैलेंस डिडक्शन के साथ ही अनवांटेड पॉपअप, मैसेजेज, अनवांटेड कॉल, चेन वॉट्सएप मैसेज और मोबाइल फ्रॉड को भी लेकर लोगों ने अपनी राय रखीं, वहीं प्राइमरी लेवल पर बरती जाने वाली सावधानी को लेकर सजेशन भी दिए।

स्पॉट वन - साहबगंज किराना मंडी

टाइम - 12.30

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के कैंपेन गर्मी लगी में पहले साहबगंज के किराना व्यापारियों के बीच डिस्कशन हुआ। इस दौरान वहां मौजूद व्यापारियों ने मोबाइल कंपनीज की मनमानी की कड़े शब्दों में निंदा की। इस दौरान संतोष अग्रवाल ने कहा कि मोबाइल कंपनीज प्राइवेट कंपनियों से टाईअप कर लेती हैं और इसके बाद दिन रात मैसेज और कॉल कर परेशान करती हैं। जिससे काफी इरिटेशन होती है। श्याम बिहारी अग्रवाल ने कहा कि मोबाइल का युग है, लेकिन इसमें कंपनियां लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रही हैं। कोई भी इंटरनेट का इस्तेमाल करता है, तो वह क्लिक कहीं करता है और कोई भी पेज ओपन हो जाता है। इससे काफी परेशानी होती है। मनीष चांदवासिया ने कहा कि मोबाइल कंपनियों पर लगाम कसने के लिए ट्राई को आगे आना चाहिए और ऐसा उपाय निकालना चाहिए कि जिससे लोगों का पैसा तब तक न डिडक्ट हो, जब तक वह सर्विस सब्सक्राइब न करें। वहीं, अशोक जालान ने कहा कि मोबाइल कंपनीज को मेन अकाउंट बैलेंस और डाटा बैलेंस को बिल्कुल अलग कर देना चाहिए। इससे डाटा खत्म होने के बाद भी यूजर्स के मेन अकाउंट से बैलेंस न कटे, जिससे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। डिस्कशन में संतोष पोद्दार, त्रिचंद बंसल, अनूप, मनीष, अनिल, विपिन अग्रवाल, संदीप जैन, अतुल तुल्सयान, जेपी गुप्ता, शैलेष अग्रहरी, दामोदर प्रसाद अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, आनंद हरि अग्रवाल, विजय हरि अग्रवाल, सुधीर केशरवानी, संतोष अग्रवाल आदि ने भी अपने विचार रखे।

स्पॉट टू - सेंट एंड्रयूज कॉलेज

टाइम - 1.30

सेंट एंड्रयूज कॉलेज के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में ऑर्गनाइज डिस्कशन में इंटरनेट, वाट्सएप पर आने वाले अनवांटेड मैसेज और पॉपअप्स पर स्टूडेंट्स ने अपनी बातें रखीं। इस मौके पर कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। मीनाक्षी जॉन ने पहले टापिक और इससे जरूरी डीटेल्स शेयर की। इसके बाद उन्होंने बताया कि मोबाइल और इंटरनेट पर यूजर्स अगर अवेयर न हो, तो उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आदित्य गुप्ता ने अपने एक्सपीरियंस शेयर किया। रंजय कश्यप वहां मौजूद लोगों को बताया कि अगर थोड़ा कांशस रहा जाए, तो लुटने से बचा जा सकता है। अगर कहीं भी कोई मैसेज आए, जिसमें लिंक क्लिक करने पर लाखों के इनाम दिए जा रहे हो तो उन्हें बिल्कुल न क्लिक करें और फौरन ऐसे मैसेजेज को डिलीट कर दें। अगर कंप्यूटर में बहुत एड आ रहे हैं तो इंटरनेट सेटिंग में जाकर पॉप अप्स ब्लॉक कर दें, इससे एड नहीं आएंगे और आसानी से इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है। इस दौरान फैजान ने बताया कि आरबीआई या एसबीआई की ओर से आने वाले मैसेज, जिनमें आपकी किसी भी तरह की डीटेल मांगी गई है, तो ऐसे मेल पर कोई रिप्लाई न करें। इससे बचत हो सकती है। इस दौरान धीरज पांडेय, पूजा शर्मा, सौरभ सिंह, ज्योति राय, निषिता निषाद, शैफाली, प्रियंका, निशी, राम प्रदीप, अंतरा, कीर्ति खन्ना, कीर्ति राय, निकिता जॉन, दिव्या, वत्सालय, गुडि़या, फखरे आलम, ज्योति, पिंकी, सूरज ने भी अपने एक्सपीरियंस शेयर किए।

स्पॉट थ्री - उत्सव लॉन, तारामंडल रोड

टाइम - 3.00

गर्मी लगी क्या? कैंपेन सीरीज में तीसरा स्पॉट तारामंडल रोड स्थित उत्सव लॉन रहा। यहां बिजनेसमैन के साथ ही कुछ सोशली एक्टिव लोगों ने शिरकत की। इवेंट की शुरुआत में राजू लुखारिका ने कहा कि मोबाइल पर कंपनीज और बैंक के नाम पर फ्रॉड खूब मैसेज भेजते हैं, जिनके झांसे में आकर लोग अपना पैसा गवां बैठते हैं। इस पर वहीं बैठे रवींद्र जैन ने कहा कि उनके बगल में रहने वाले एक स्टेट बैंक के रिटायर्ड एंप्लाई के साथ भी ऐसी घटना हुई थी। जालसाजों ने उन्हें 50 लाख देने का लालच देकर 24 लाख रुपए ऐंठ लिए और उन्होंने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी जालसाजों को दे दी। इस दौरान वहीं बगल में बैठी किरन अग्रवाल ने बताया कि उनके पास भी जालसाजों का फोन आया था और लग्जरी गाड़ी देने के नाम पर 12 हजार रुपए की डिमांड कर रहे थे, उन्होंने पहले गाड़ी भेजने की बात कहा तो उन्होंने कुछ टालमटोल की और उसके बाद फोन करना बंद कर दिया। वहां मौजूद लोगों में से अरविंद अग्रवाल, दिवेश अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, रामसूरत सिंह, रेनू लुहारिका, मृत्युंजय पांडेय, अर्पित अग्रवाल, शिव कुमार, संतोष कुमार, धीरेंद्र अग्रवाल, राजेश पांडेय, दयानंद गौर, लालचंद यादव, राम प्रसाद लाल श्रीवास्तव, आशीष रूंगटा, श्रवन, मनोज प्रजापति, कमाल अहमद, पंकज अग्रवाल, धीरेंद्र प्रकाश अग्रवाल, अंकित तुल्सयान ने भी अपने एक्सपीरियंस शेयर किए।

यह आए सजेशन -

- मोबाइल कंपनीज की रेग्युलर मॉनीटरिंग की जाए

- जो कंपनीज फ्रॉड मैसेजेज भेजते हैं, उनकी मॉनीटरिंग की जानी चाहिए

- पुराने मोबाइल यूजर्स के डाटा की जांच होनी चाहिए।

- सीएएफ का प्रॉपर्ली वेरिफिकेशन होना चाहिए, जिससे फ्रॉड होने की कंडीशन में जिम्मेदारी तय हो सके।

- ट्राई को ऐसी सभी मोबाइल कंपनीज के लाइसेंस खत्म कर देने चाहिए, जिनसे ज्यादा फ्रॉड होते हों।

- सभी मोबाइल यूजर्स को अवेयर करना चाहिए।

- घर में भी मोबाइल देते वक्त यूजर्स को उसके डू एंड डोंट्स बता देने चाहिए।

- ट्राई की ओर से जारी डीएनडी नंबर को एक्टिव कर लेना चाहिए।

- कोई भी फ्रॉड अगर होता है या पैसा मांगने के लिए फोन आता है, तो कम से कम घर वालों से इसकी जानकारी देनी चाहिए।

- इंटरनेट यूज करते वक्त पॉप अप्स को ब्लॉक कर देना चाहिए।

- मोबाइल में अनसेफ साइट पर विजिट नहीं करना चाहिए।

- किसी भी अननोन नंबर या मैसेज पर रिस्पांड नहीं करना चाहिए।

सिक्स पेन प्वाइंट

मोबाइल पर कभी भी कोई मैसेज आ जाता है, जिसको ओपन करने पर बैलेंस कट जाता है, इसके लिए ट्राई को ठोस कदम उठाने चाहिए। वरना मोबाइल कंपनियां लोगों को लूटती रहेंगी।

- संतोष अग्रवाल, व्यापारी

अननोन कॉलर और मैसेज से काफी परेशानी होती है। इससे बचने के लिए ट्राई ने जो नंबर जारी किया है, उसका प्रचार प्रसार करना चाहिए। जिससे लोग इससे अवेयर हो सकें और लुटने से बच सके।

- श्याम बिहारी अग्रवाल, व्यापारी

वॉट्सएप पर आने वाले मैसेज काफी इरिटेट करते हैं। ऐसे लोग भी हैं, जो बिना परमिशन किसी को भी एड कर लेते हैं। इसके बाद ऐसे मैसेज भेज देते हैं, जो किसी विवाद का कारण हो सकता है। इसलिए ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि बगैर ओनर की परमिशन के कोई उसे किसी ग्रुप में एड न कर सके।

- डॉ। मीनाक्षी जॉन, एचओडी, कंप्यूटर साइंस

इंटरनेट का इस्तेमाल करने के दौरान कई बार ऐसे मैसेज या एड आ जाते हैं जिन्हें क्लिक करने पर अनवांटेड वेबसाइट ओपन हो जाती है। इंटरनेट का इस्तेमाल करने के दौरान सेफ ब्राउजर का इस्तेमाल करें। वहीं पॉप अप्स को ब्लॉक कर दें, इससे अनवांटेड एड नहीं आएंगे और प्रॉब्लम से बचा जा सकेगा।

- धीरज पांडेय, आईटी स्टूडेंट

मोबाइल और मेल पर कई बार कंपनीज के एजेंट्स बनकर फ्रॉडियर्स कॉल करते हैं। ऐसे लोगों को ट्रेस करने के लिए केवाईसी की जांच होनी चाहिए। जिससे अगर किसी के साथ फ्रॉड होता भी है, तो जिसके नाम से सिम हो उसकी जिम्मेदारी तय हो।

- राजू लुहारिका, व्यापारी

मोबाइल से फ्रॉड करने वाले, नंबर बदल-बदल कर कॉल करते हैं, जिससे लोग कंफ्यूज होते हैं और कई बार उन्हें काफी पैसा गवाना पड़ता है। इसलिए ट्राई को चाहिए कि पुराने नंबर के वेरिफिकशन कराया जाए और एक बार उनका आधार बेस्ड केवाईसी भी सब्मिट कराया जाए, जिससे फर्जी नंबर बंद हो सके।

-अरविंद अग्रवाल, व्यापारी