-मौलाना कल्बे सादिक को ड्रेस कोड की वजह से इंट्री ना देने का मामला

-यासूब अब्बास ने रक्षा मंत्री से एमबी क्लब का नाम बदले जाने की मांग की

LUCKNOW: एमबी क्लब में ड्रेस कोड के नियमों को लेकर गवर्नर राम नाईक ने नोटिस जारी की है। सैटरडे को एमबी क्लब में ड्रेस कोड की वजह से कुर्ते पायजामे में पहुंचे डॉ। कल्बे सादिक को इंट्री ना दिये जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। डॉ। कल्बे सादिक आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं। मीडिया में खबर आने के बाद गवर्नर ने इसे गंभीरता से लिया है। गवर्नर ने मोहम्मद बाग क्लब (एमबी क्लब) के सेक्रेटरी को लेटर लिखकर 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। गवर्नर ने यह भी कहा है कि वे ड्रेस कोड के संबंध में बनाये गये नियम को भी देखना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार सैटरडे को ईश्वर चाईल्ड केयर फाउंडेशन की ओर से कैंसर पीडि़त बच्चों के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें मौलाना डॉ। कल्बे सादिक को बतौर गेस्ट इंवाइट किया गया था। पारम्परिक वेशभूषा में होने के कारण डॉ। कल्बे सादिक को एमबी क्लब में इंट्री नहीं दी गयी। गवर्नर ने इसे आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पूरी घटना की वस्तुस्थिति जाननी चाही है।

इस मामले में एमबी क्लब के सेक्रेटरी ने कहा कि अगर एमबी क्लब की वजह से किसी को ठेस पहुंची है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के आयोजकों ने मौलाना कल्बे सादिक के आने की जानकारी नहीं दी थी।

एमबी क्लब का नाम बदलने की मांग

एमबी क्लब एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से की गयी कार्रवाई की मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भ‌र्त्सना की है। मौलाना यासूब अब्बास ने रक्षा मंत्रालय को लेटर लिखकर कहा है कि क्लब का नाम तत्काल बदला जाए। उन्होंने लेटर में लिखा है कि मोहम्मद बाग क्लब जो एमबी क्लब के नाम से जाना जाता है, में अंग्रेजी शासन चलता है। इस लिए इसका नाम मोहम्मद साहब के नाम से हटाकर विक्टोरिया क्लब या जनरल डायर क्लब किया जाए। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने एमबी क्लब से फौरन ड्रेस कोड बदलने की डिमांड की है। वहीं मौलाना अबुल इरफान मियां फरंगी महली का कहना है कि डॉ। कल्बे सादिक जैसी शख्सियत के साथ जो एमबी क्लब की ओर से किया गया वह इंसानियत के नाम पर तमाचा है। सरकार को इस पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए।