- सीएम रेजीडेंस पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और सीएम ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे का किया शिलान्यास

- लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, कन्नौज, औरेया, इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आगरा के 232 गांवों से होकर यह मार्ग

LUCKNOW: लखनऊ से आगरा तक का सफर आसान करने के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने अपना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर काम शुरू कर दिया। संडे को सीएम रेजीडेंस पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव ने इस एक्सप्रेस वे का शिलान्यास किया। इस मौके पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अधिकारियों और अपने ही पार्टी के नेताओं की जमकर खिंचाई की।

ख्ख्भ् से अधिक गांवों से होकर गुजरेगी सड़क

यह एक्सप्रेस वे लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, कन्नौज, औरेया, इटावा, मैनपुरी, फिरोजाबाद और आगरा के ख्फ्ख् गांवों से होकर यह एक्सप्रेस वे गुजरेगा। सीएम अखिलेश यादव ने इस मौके पर बोलते हुए कहा कि इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से लखनऊ से दिल्ली का सफर और भी आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तो यह म् लेन है बाद में इसे 8 लेन तक किया जा सकेगा। सीएम ने इसे किसी भी सरकार के द्वारा बनाया जा रहा देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे होने का दावा किया।

क्भ् हजार करोड़ रुपये की लागत

सीएम ने कहा कि फ्0ख् किलोमीटर लम्बे इस एक्सप्रेस वे की लागत क्भ् हजार करोड़ रुपये आयेगी। इस एक्सप्रेस वे का कंस्ट्रक्शन स्टेट गवर्नमेंट अपने संसाधनों से करेगी। उन्होंने कहा कि जब सड़क बनती है तो विकास की गतिविधि अपने आप शुरू हो जाती है। इस एक्सप्रेस वे पर दो पुल भी बनाया जाएगा जिनका शिलान्यास किया गया। इसमें एक रेलवे ओवरब्रिज और एक यमुना नदी पर पुल बनेगा। इस एक्सप्रेस वे का निर्माण प्रदेश के एक्सप्रेस वेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) द्वारा किया जाएगा। सीएम ने बताया कि एक्सप्रेस वे के किनारे हर सौ मीटर पर पेट्रोलपंप और होटल होंगे इसके अतिरिक्त मंडियों जैसे आलू मंडी, दूध मंडी, अनाज मंडी व फल सब्जी मंडी का भी विकास किया जाएगा ताकि किसानों को अपनी उपज के लिए बेहतर बाजार और सही कीमत मिल सके।

अधिकतर जमीन हो चुकी अधिग्रहीत

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना इसलिए मूर्त रूप ले सकी क्योंकि इसके लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण में किसानों ने अपना भरपूर सहयोग दिया है। इस परियोजना के लिए आवश्यक भूमि में से अधिकांश का अधिग्रहण किया जा चुका है और इसी वजह से आज से इस परियोजना पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।

पांच स्थानों पर एक साथ शुरू हुआ काम

इस एक्सप्रेस वे का निर्माण पांच स्थानों पर एक साथ शुरू हुआ। प्रिंसिपल सेक्रेटरी इंफार्मेशन और यूपीडा के सीईओ नवनीत सहगल ने बताया कि परियोजना के शिलान्यास के साथ ही पांच स्थानों लखनऊ, उन्नाव, फिरोजाबाद, कन्नौज और आगरा में काम शुरू कर दिया गया। उन्होंने बताया कि म् माह की अल्प अवधि में परियोजना के लिए लगभग सात हजार एकड़ भूमि अधिग्रहीत की गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह परियोजना अगले ख्ख् महीनों में पूर्ण कर ली जाएगी।

हाइलाइट्स

- लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे म् लेन का प्रवेश नियंत्रित देश का सबसे लम्बा एक्सप्रेस वे होगा।

- एक्सप्रेस वे तैयार होने के बाद आगरा तक पहुंचने में अनुमानित समय लगभग ब् घंटे होगा।

-एक्सप्रेस वे की लम्बाई फ्0ख् किमी व चौड़ाई क्क्0 मी होगी।

-म् लेन के इस एक्सप्रेस वे को जरूरत पड़ने पर 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा।

-इस प्रोजेक्ट का डेवलपमेंट ईपीसी मॉडल के अंतर्गत प्रस्तावित है।

-इसमें म् लेन का डिवाइडेड कैरिज वे, मुख्य यातायात मागरें के लिए इंटरचेंजेज, टोल्ड एक्सप्रेस वे, पैदल यात्रियों और जानवरों के लिए अंडरपास, सर्विस रोड, ग्रीन बेल्ट का प्रावधान, सड़क के दोनों ओर दो-दो स्थलों पर विश्राम गृह, पेट्रोल पम्प, सर्विस सेंटर व रेस्टोरेंट का प्रावधान होगा।

-एक्सप्रेस वे आगरा के ग्राम एतमादपुर मदरा से शुरू होकर लखनऊ के मोहान रोड स्थित ग्राम सरोसा-भरोसा पर समाप्त होगा।

-इसका निर्माण पांच पैकेजों में कराया जा रहा है।

-जिन सेतुओं का शिलान्यास किया गया उनमें से एक पुल यमुना नदी पर आगरा इनर रिंग रोड परियोजना के अंतर्गत ग्राम महल बादशाह के निकट 8 लेन का होगा। इस पुल की लागत लगभग 98.फ्ख् करोड़ रुपए होगी।

-दूसरा पुल दिल्ली-आगरा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच ख् से फतेहाबाद तक आगरा इनर रिंग रोड परियोजना के अंतर्गत टुंडला में बनेगा। यह ब्रिज भी 8 लेन का होगा और इसकी लागत लगभग क्ब्म्.ख् करोड़ रुपए होगी।