-शादी करने के बाद मिलता है दिव्यांगों को शादी पुरस्कार, दिव्यांगों को प्रोत्साहित के लिए यूपी गवर्नमेंट ने शुरू की है यह योजना

-दिव्यांगों के प्रति 'सोच बदलो' कैंपेन के तहत दिव्यांगों की योजनाओं पर किया गया फोकस

VARANASI

दिव्यांगों के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। उसी में शामिल एक योजना के तहत यूपी गवर्नमेंट दिव्यांगों को शादी पुरस्कार भी देती है। हालांकि यह पुरस्कार शादी से पहले नहीं दिया जाता बल्कि शादी होने के बाद दिव्यांग दंपत्ति को जिला विकलांग जन विकास कार्यालय से दिया जाता है। यदि लड़का दिव्यांग है तो पंद्रह हजार रुपये, लड़की दिव्यांग है तो बीस हजार रुपये और यदि दोनों दपंत्ति दिव्यांग हैं बतौर शादी पुरस्कार बीस हजार धनराशि प्रोत्साहित करने के लिए दी जाती है। इसके लिए दिव्यांग को शादी प्रमाण पत्र, विकलांगता सर्टिफिकेट आदि कागज तैयार कर संबंधित तहसील से मुहर लगवाना बेहद जरूरी होता है।

जिस साल शादी उसी साल पुरस्कार

ऐसा नहीं है कि शादी साल ख्0क्ख् में हुआ हो और शादी पुरस्कार के लिए दिव्यांग ख्0क्भ्-क्म् में आवेदन करने लगे। शादी पुरस्कार का लाभ उसी को मिलेगा जिसने वित्तीय वर्ष में रहते हुए ही आवेदन किया हो। इसके लिए हर साल का बजट बनाकर शासन को भेजा जाता है। बजट उपलब्धता के बाद ही लाभान्वित को पुरस्कार दिया जाता है। हर साल शासन से दस शादी पुरस्कार के लिए बजट के लिए लेटर लिखा जाता है।

तीन सौ प्रतिमाह, फ्म् सौ सालाना मिलता पेंशन

जिला विकलांग जन विकास कार्यालय में मौजूदा समय में क्887 दिव्यांग रजिस्टर्ड है। जिन्हें तीन सौ रुपये प्रतिमाह पेंशन व फ्म् सौ रुपये सालाना पेंशन दिया जाता है। दिव्यांग योजनाओं के तहत उन्हें ट्राई साइकिल के अलावा हैंड स्टिक आदि भी वितरित किया जाता है। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने डीएलडब्ल्यू ग्राउंड में लगभग नौ हजार दिव्यांगों को उपकरण सहित ट्राईसाइकिल का वितरण किया था।

दिव्यांगों को रोडवेज कराता है मुफ्त सफर

शासन स्तर से दिव्यांगों को रोडवेज बस में मुफ्त सफर की भी फैसिलिटी दी जाती है। विकलांगता सर्टिफिकेट के आधार पर यदि दिव्यंाग ब्0 परसेंट से अधिक विकलांगता का शिकार है तो आलओवर यूपी फ्री बस जर्नी कर सकता है। यदि 80 परसेंट से अधिक विकलांग है तो फिर उसके साथ एक अटेंडेंट भी रोडवेज बस में फ्री सफर कर सकता है। इसके लिए हेडक्वॉर्टर हर साल करोड़ों रुपये रोडवेज को भुगतान करता है।

कुष्ठ रोग से विकलांगता का शिकार होने वालों को शासन ख्भ् सौ रुपये प्रतिमाह पेंशन देने की योजना शुरू कर दी है। इस योजना की शुरुआत सीएम अखिलेश यादव ने पिछले मंथ फ्0 जनवरी में किया था। हालांकि अभी तक विकलांग जन विकास कार्यालय में कुष्ठ रोगियों का पैसा कन्वर्ट नहीं हुआ है। इसकी प्रॉसेस अभी चल ही रही है।

दिव्यांग शादी पुरस्कार पर एक नजर

-लड़की की उम्र क्8 वर्ष

-लड़के की उम्र ख्फ् वर्ष

-शादी सर्टिफिकेट

-विकलांगता सर्टिफिकेट

-संबंधित तहसील से सत्यापन

-पुरस्कार राशि लड़का के लिए क्भ् हजार

-पुरस्कार राशि लड़की के लिए ख्0 हजार

-दोनों दिव्यांग है तो बीस हजार

-वित्तीय वर्ष के अंदर ही शादी के बाद पुरस्कार के लिए करना होता है आवेदन

यह भी जानें

-क्887 दिव्यांग है रजिस्टर्ड

-तीन सौ रुपये प्रतिमाह पेंशन व फ्म् सौ रुपये सालाना मिलता है पेंशन

-ब्0 परसेंट से अधिक विकलांगता पर रोडवेज बस में आलओवर यूपी फ्री बस जर्नी

-80 परसेंट से अधिक विकलांगता पर दिव्यांग सहित एक अटेंडेंट को भी रोडवेज बस में ऑल ओवर यूपी फ्री बस जर्नी

-कुष्ठ रोग से विकलांग होने वाले को ख्भ् सौ रुपये प्रतिमाह पेंशन

दिव्यांगों के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित की जा रही है। उसी में एक एक योजना शादी पुरस्कार भी शामिल है।

रणजीत सिंह

जिला विकलांग जन विकास अधिकारी