-फतेहपुर के जहानाबाद से बेटे का इलाज कराने आए पिता को बाल रोग अस्पताल के जेआर ने दिया जवाब

-बेटा आईसीयू में गिन रहा सांसे, परिजनों का आरोप नहीं हो रहा कोई इलाज

KANPUR : धरती पर भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर्स ही यमराज बन जाएं तो उससे दुखद अहसास कुछ नहीं हो सकता है। जिस डॉक्टर के पास जाकर आप खुद की या अपने परिचित की जान बचाने का भरोसा करते हैं अगर वह आपसे कहे कि मरने वाले हो अब क्या इलाज करें तो आपको कैसा लगेगा। कुछ ऐसा ही सोमवार को बाल रोग विभाग के जेआर ने एक पिता को कहा जोकि अपने बच्चे की जान बचाने के लिए डॉक्टर के आगे गिड़गिड़ा रहा था। जेआर पर वर्कलोड और उनके खराब व्यवहार ने उस पिता को बहुत आहत किया, लेकिन अपने बच्चे की जिंदगी बचाने की आस में वह तब भी गिड़गिड़ाता रहा।

आईसीयू में आखिरी सांसे गिन रहा

फतेहपुर के नौनहारा गांव निवासी राजेश गुप्ता का बेटा नितिन (10) की हालत बिगड़ने पर परिजन पहले उसे उर्सला ले गए बाद में उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। नितिन का बाल रोग विभाग के डॉ। सुनील तनेजा की यूनिट में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं होता देख जेआर ने भी हार मान ली। पिता जब उसके इलाज को लेकर जेआर के पास गिड़गिड़ा रहे थे उसने साफ कहा कि तुम्हारा बच्चा मर रहा है क्या इलाज करें। नितिन को आईसीयू में रखा गया है। उसकी हालत बेहद गंभीर है। नितिन की नानी साधना के मुताबिक उनके नाती को कोई सीनियर डॉक्टर देखने नहीं आया सब जेआर के भरोसे चल रहा है। बच्चे की हालत के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी जा रही है।