-जनवरी माह से बंद है पुष्टाहार की आपूर्ति, कुपोषित-अतिकुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं की बढ़ी परेशानी,

-पुष्टाहार नहीं मिलने से आंगनबाड़ी केंद्रों में नहीं आ रहे हैं बच्चे

VARANASI

कुपोषण से लड़ाई कैसे लड़ी जाए? जब इससे बचाने वाला पुष्टाहार सिस्टम की लाचार व्यवस्था की भेंट चढ़ गया है। हेडक्वार्टर से जनवरी महीने से ही पुष्टाहार की आपूर्ति नहीं हो रही है। लिहाजा चिह्नित कुपोषित-अतिकुपोषित बच्चों में पुष्टाहार (पंजीरी) का वितरणनहीं हो रहा है। मार्च महीना भी बिना पंजीरी के ही काटना तय है। हालांकि अफसरों की ओर से उम्मीद जताई जा रही है कि अप्रैल से आंगनबाड़ी केंद्रों तक पुष्टाहार पहुंच जाएंगे। कुपोषण के शिकार बच्चों, गर्भवती महिलाओं में पंजीरी का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

अभिभावकों की खरी-खरी

डिस्ट्रिक्ट के लगभग 3914 आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले ढाई माह से बाल पुष्टाहार का वितरण नहीं होने की दशा में बच्चे घर से भोजन लेकर आ रहे हैं। पहले बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में ही पंजीरी बांटी जाती थी। इसे पाने के लिए भी बहुत से बच्चे केन्द्र पर आते थे। लेकिन अब जब बच्चों को वहां कुछ नहीं मिल रहा तो कई बच्चों ने आंगनबाड़ी केंद्रों में आना भी छोड़ दिया है। अधिकतर केंद्रों पर बच्चों की संख्या घट गई है। आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी बच्चों को केंद्रों तक लाने में असहज महसूस कर रहीं। पुष्टाहार नहीं मिलने के कारण अभिभावक भी तेवर दिखा रहे हैं।

कालाबाजारी से इनकार नहीं

इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि आंगनबाड़ी केंद्रों से पुष्टाहार की कलाबाजारी भी खूब होती है। बोरी की बोरी पुष्टाहार बाजार में खपा दी जाती है। जो पंजीरी बच्चों में वितरित होना था वह पशुओं का चारा बन जाते हैं। कई बार अधिकारियों ने ऐसे मामले पकड़े हैं। गड़बडि़यों पर अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई का चाबुक भी चला। शायद यही वजह भी रहा कि समय से पहले ही पुष्टाहार की खपत हो गई।

एक नजर

3,914

हैं डिस्ट्रिक्ट में आंगनबाड़ी केंद्र

991

हैं शहर में आंगनबाड़ी केंद्र

120

हैं आंगनबाड़ी कार्यकत्री

20

हजार हैं लगभग डिस्ट्रिक्ट में कुपोषित व अतिकुपोषित

ब्लॅाक वार कुपोषितों पर एक नजर

5179

अराजीलाइन

2718

सेवापुरी

2965

चिरईगांव

2970

पिंडरा

3879

काशी विद्यापीठ

1140

हरहुआ

2509

बड़ागांव

2062

चोलापुर

9373

सिटी एरिया में हैं कुपोषित

2000

हैं अतिकुपोषित

12566

लास्ट ईयर थे कुपोषित

यह तो सही है कि पिछले दो माह से पुष्टाहार का वितरण नहीं हो रहा। मगर, संभावना है कि अप्रैल माह से पुष्टाहार का वितरण शुरू हो जाएगा।

नीलम मेहता, जिला कार्यक्रम अधिकारी