यूजीसी ने सेंट्रल यूनिवर्सिटीज और उनसे एफिलिएटेड कॉलेजेस को जारी किया इंस्ट्रक्शन
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ALLAHABAD: उच्च शिक्षण संस्थानो में रैगिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) चिंतित है। इस पर लगाम लगाने के लिए यूजीसी ने अनोखी पहल की है। यूजीसी के अपर सचिव डॉ। पंकज मित्तल ने सेंट्रल यूनिवर्सिटीज और उनसे एफिलिएटेड कॉलेजेस को पत्र जारी कर नेशनल यूनिवर्सिटी फिल्म मेकिंग काम्पिटीशन में पार्टिसिपेट करने को कहा है। इस काम्पिटीशन में प्रत्येक संस्थान को एंटी रैगिंग पर अवेयरनेस के लिये फिल्म बनाकर भेजनी होगी। इसके विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जायेगा और यूजीसी फिल्म समेत विजेता की पूरी डिटेल वेबसाइट पर ऑनलाइन करेगी।
यूजीसी की तैयारी
नेशनल यूनिवर्सिटी फिल्म मेकिंग काम्पिटीशन को किया है लांच
यह प्रोग्राम एंटी रैगिंग के प्रमोशन एंड अवेयरनेस के लिये लांच किया गया है
इसमें देशभर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी और कॉलेजेस कर सकते हैं पार्टिसिपेट
प्लान के मुताबिक स्टूडेंट्स और फैकेल्टीज को एंटी रैगिंग पर फिल्म बनानी होगी
इसमें सभी विभागों का होगा पार्टिसिपेशन
यूनिवर्सिटी को थ्री बेस्ट इंट्रीज को सेलेक्ट करके यूजीसी को भेजना होगा
फिल्म की टाईमिंग 05 से 10 मिनट की होनी चाहिये
यूजीसी की एक्सपर्ट कमेटी थ्री बेस्ट इंट्रीज को सेलेक्ट करेगी
सभी जगह से इंट्रीज को 30 नवम्बर तक पेन ड्राइव या डीवीडी में भेजना होगा
ये है पुरस्कार की धनराशि
प्रथम पुरस्कार- 05 लाख रूपये
द्वितीय पुरस्कार- 03 लाख रूपये
तृतीय पुरस्कार- 02 लाख रूपये
केस वन
निकाले गए थे दस छात्र
08 अक्टूबर 2012 को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग में बेहद शर्मनाक घटना संज्ञान में आई। एएन झा हास्टल में बने वीडियो छात्रों के मोबाइल पर वायरल होने के बाद मामला खुला। वीडियो में सीनियर्स द्वारा जूनियर्स को पुतले के साथ डमी सेक्स के लिये मजबूर करते दिखाया गया। मामला खुलने के बाद जूनियर्स ने आरोप लगाया कि सीनियर्स उन्हें मुर्गा बनाकर किस्म-किस्म की हरकतों के लिये मजबूर करते हैं। तब यूनिवर्सिटी ने हास्टल के 10 छात्रों को निष्कासित किया था।
केस टू
रात में जगाकर कराती थी डांस
07 मार्च 2016 को इविवि परिसर और हास्टल में फिर रैंगिंग का मामला सामने आया। प्रियदर्शनी हास्टल में दाखिला पाने वाली स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा ने आरोप लगाया कि रात्रि में उठाकर वरिष्ठ छात्रायें डांस करने के लिये मजबूर करती हैं। कुछ ही दिनों के अन्तराल पर हास्टल का वार्षिक समारोह होना था। बाद में मामले में जांच कमेटी गठित हुई।
केस थ्री
अगस्त 2017 में मुस्लिम बोर्डिग हाऊस में बीए प्रथम वर्ष के छात्र ने एंटी रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज करवाई। उसने सीनियर्स पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। सीनियर्स ने इसका विरोध किया और प्रकरण को झूठा बताते रहे।
सरकार की यह योजना काबिलेतारीफ है। इससे काफी हद तक स्टूडेंट्स में जागरूकता बढ़ेगी। फिल्म को देखकर स्टूडेंट्स में सुधार देखा जा सकता है। इससे देश में रैंगिंग की घटनाओं में भी काफी कमी आएगी।
बालेन्द्र प्रताप सिंह
इससे स्टूडेंट्स का डर खत्म होगा। उन्हें लगेगा कि गवर्नमेंट को उनकी सिक्योरिटी की चिंता है। वे खुलकर अपनी बात रख पाएंगे। सोशल मीडिया से आज हर कोई जुड़ा है। इसका प्रचार होना ही चाहिये।
शुभ्रा खरे
यह केवल सरकार की खुद को पापुलर करने की योजना है। इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला। इसके लिये जब तक हम नहीं चाहेंगे, तब तक कुछ नहीं होने वाला। कहीं न कहीं किसी रूप में रैगिंग जारी ही रहेगी।
हुस्ना खातून
यह काफी हद तक कारगर होने वाला कदम है। लेकिन इससे सौ फीसदी सफलता की उम्मीद नहीं की जा सकती। जब तक संस्थान के छात्र-छात्राओं में तालमेल नहीं होगा। तब तक सभी उपाय विफल होंगे।
हर्षिता मौर्या