नए सत्र के लिए पुस्तकों की नहीं हो सकी छपाई

छात्रों के बीच वितरित होंगी पुरानी किताबें

PATNA (6 March):

राज्य के सरकारी स्कूलों के कक्षा तीन से आठ तक के छात्रों को बांटी गई किताबें सरकार वापस लेगी। इससे पहले भी छात्रों से किताबें सरकार ने किताबें वापस मांगा चुकी है।

इस संबंध में शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने इस संबंध में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को निर्देश जारी किए हैं। पत्र में कहा गया है कि स्कूल अपने स्तर पर विद्यार्थियों को पूर्व में ही यह जानकारी दे दें कि परीक्षा में आते वक्त वे पुरानी किताबें साथ लेकर आएं ताकि उसे विद्यालय

में जमा किया जा सके और बाद में

उक्त कक्षा के नए विद्यार्थियों को किताबें दी जा सकें।

किताबें नए छात्रों के दी जाएंगी

यह पहला मौका नहीं है जब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों से किताबें वापस ली जा रही है। पिछले वर्ष भी छात्रों से पुरानी किताबें लेकर नए सत्र में छात्रों के बीच वितरित की गई थीं। पुरानी किताबें छात्रों को बांटने के पीछे शिक्षा विभाग की मजबूरी है। विगत चार से पांच वर्षो से लगातार ऐसा हो रहा है कि शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने के छह-सात महीने तक छात्रों को किताबें नहीं मिल पा रहीं। इसकी वजह है किताबों की समय पर छपाई न होना।

नए सत्र से नकद मिलेगी राशि

शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने बताया कि किताबों को लेकर आने वाली समस्या के समाधान के लिए सरकार प्रयास कर रही है। हमारी कोशिश है कि आगामी शैक्षणिक सत्र से छात्रों को किताब के स्थान पर नकद राशि दी जाए।