JAMSHEDPUR: जमशेदपुर पुलिस ने क्9 वर्षीय छात्र विक्की सिंह की गोविंदपुर हाल्ट के पास हुई हत्या का पर्दाफाश कर दिया। नशेडि़यों ने छिनतई का विरोध करने पर चाकू मारकर विक्की की हत्या ख्फ् अप्रैल को कर दी थी। दो बाइक पर सवार तीन नशेडि़यों ने घटना को अंजाम दिया था। विक्की भिलाई से बहन की शादी में शामिल होने के लिए जमशेदपुर आया था।

पहले भी जा चुके हैं जेल

रविवार को एसएसपी अनूप टी मैथ्यू ने अपने ऑफिस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के सदस्य मानगो कपाली ओपी क्षेत्र निवासी आसिफ अंसारी उर्फ भोमा, मानगो आजादनगर रोड नंबर ख्म् निवासी मो। इमरान और मानगो आजादनगर रोड नंबर क्ख् निवासी मो। शाहिद उर्फ सूटर बच्चा को दबोच लिया है। इनके पास से विक्की का लूटा गया सैमसंग मोबाइल फोन, घटना में इस्तेमाल चाकू और बाइक को बरामद किया गया है। आसिफ और शाहिद चोरी, छिनतई ओर लूट के मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं।

आसिफ ने घोंपा था चाकू

गिरफ्तार सदस्यों ने पुलिस को बताया कि आसिफ अंसारी हमेशा बटन चाकू रखता है। चाकू मारने में वह माहिर है। विक्की ने मोबाइल छिनतई का विरोध करते जब आसिफ का हाथ पकड़ लिया था तब आसिफ ने उसके पेट में चाकू घोंप दिया था।

जुबिली पार्क में चाकू धोया

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि छात्र विक्की को चाकू मारने के बाद उनलोगों ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और भागते हुए जुबिली पार्क पहुंचे। वहां आराम किया। पार्क में ही नल में चाकू धोया। वहां सभी ने गांजा का सेवन किया। पार्क से निकलकर भुइयांडीह पहुंचे। एक व्यक्ति को चाकू मार उससे मोबाइल की छिनतई कर भाग निकले।

की थी दूसरी छिनतई

एसपी ने बताया इसी गिरोह ने हत्या की घटना के बाद उसी दिन दोपहर क्.ब्0 बजे मोबाइल छिनतई का विरोध करने पर सीतारामडेरा भुइयांडीह लकड़ी टाल रोड निवासी विकास कुमार साह को पेट में चाकू मारकर घायल कर दिया था। इसके बाद ये लोग विकास का भी मोबाइल छीनकर भाग निकले थे। बाद में भी यह गिरोह इसी तरह की छिनतई की घटनाओं को अंजाम देता रहा। पूछताछ में सभी ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।

करते थे रेकी

इस गिरोह के सदस्यों ने पुलिस को बताया कि पल्सर बाइक पर सवार होकर आसिफ अंसारी और इमरान खान लूटपाट करते थे। तीसरा सदस्य शाहिद उर्फ शूटर बच्चा दूसरी बाइक से पीछे-पीछे इनकी रेकी करता था।

एक मेंबर को चाहिए डेली ख्0 इंजेक्शन

पुलिस को पूछताछ में यह भी जानकारी मिली कि सभी नशा करते हैं। गिरोह का एक सदस्य हर दिन कम से कम ख्0 नशीला इंजेक्शन लेता है। नशीला टेबलेट भी खाते हैं। इसके बाद गांजा का सेवन करते है। नशे की लत को पूरा करने को छिनतई और लूट को अंजाम देते थे। एक इंजेक्शन की कीमत ब्भ् रुपये है। इंजेक्शन का असर कम से कम ब्भ् मिनट और अधिक से अधिक एक घंटा रहता है। गिरोह के तीन सदस्यों को नशे पर प्रतिदिन कम से कम तीन हजार रुपये खर्च करने होते हैं। इसी रकम के लिए वे लोग मोबाइल फोन की छिनतई करते रहे हैं। छीने गए मोबाइल को साकची के संजय मार्केट या किसी अन्य स्थान की मोबाइल दुकान में बेच दिया जाता था। एक मोबाइल की बिक्री ब्-भ् हजार रुपए में करते थे।

इस गिरोह का पता लगाने व सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए सिटी डीएसपी के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम का गठन किया गया। टीम की सक्रियता का ही यह रिजल्ट रहा कि क्रिमिनल्स दबोचे जा सके।

- अनूप टी मैथ्यू, एसएसपी, जमशेदपुर