- स्कूलों में पूरा डेटा मेंटेन किया जाएगा, टीचर्स डायरी मेंटेन करेंगे

- स्टूडेंट्स का मंथली टेस्ट व रिपोर्ट कार्ड बनेगा, इसी बेस पर ग्रेड मिलेंगे

KANPUR:

बेसिक एजुकेशन की क्वालिटी सुधारने के लिए स्टूडेंट्स को ग्रेडिंग देने की कवायद शुरू की जा रही है। गवर्नमेंट लेवल पर इस इश्यू पर सहमति बन गई है। सीबीएसई की तर्ज पर प्राइमरी व जूनियर के बच्चों को ग्रेड मिलेंगे। स्कूल कैंपस किस तरह से मेंटेन किया गया है, इसके लिए भी ग्रेड दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी ग्रेडिंग का सच परखने के लिए रेंडम चेकिंग करेंगे। हालांकि अभी तक इस इश्यू से रिलेटेड कोई भी डायरेक्शन बेसिक शिक्षा अधिकारी को नहीं मिले हैं।

डायरी न मिली तो एक्शन होगा

प्राइमरी स्कूल टीचर्स को डायरी मेंटेन करने के डायरेक्शन दिए गए हैं। इस डायरी में टीचर्स को डेली क्या पढ़ाया और आगे किस दिन क्या पढ़ाएंगे, इसका पूरा डेटा मेंटेन करना होगा। इस डायरी को भी एजुकेशन ऑफिसर टाइम टू टाइम चेक कर रहें हैं। जिन स्कूलों के टीचर्स डायरी मेंटेन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

स्कूल टाइम में डायरी साथ रखेंगे

अहम बात यह है कि एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार डायरी में वीक प्लान के साथ-साथ मंथली प्लान भी टीचर्स को लिखना होगा। डायरी टीचर्स के पास स्कूल टाइम में अपने पास रखनी होगी। अगर टीचर्स के पास रेंडम चेकिंग के समय डायरी न मिली तो हेड मास्टर से भी जवाब मांगा जाएगा।

मंथली रिपोर्ट कार्ड के बेस पर ग्रेड

पब्लिक स्कूलों के तर्ज पर ही गवर्नमेट के प्राइमरी स्कूलों में ग्रेडिंग सिस्टम लागू करने की तैयारी तेजी से की जा रही है। स्कूल के छात्रों को ग्रेड मिलेंगे। जिससे तय होगा कि कौन सा छात्र किस लेवल का है। ग्रेड सिस्टम से स्कूल की एजुकेशन क्वालिटी भी अधिकारियों को पता चल जाएगी। स्टूडेंट्स के टेस्ट व मंथली रिपोर्ट कार्ड के बेस पर ग्रेड मिलेंगे। हालांकि गवर्नमेंट का यह फरमान बीएसए के पास नहीं आया है, लेकिन बीएसए को जानकारी है कि ग्रेडिंग सिस्टम पर फोकस किया जा रहा है।

'स्कूल टीचर्स को डायरी मेंटेन करने का आदेश दिया गया है। इस डायरी में टीचर्स को वीक व मंथली एजुकेशन प्लान बनाकर बच्चो को पढ़ाना है। एजुकेशन ऑफिसर डायरी की रेंडम चेकिंग करेंगे। ग्रेडिंग सिस्टम पर अभी कोई डायरेक्शन आया नही है, लेकिन अपर लेवल पर ऑाफिसर्स में इस पर सहमति बनी है.'

विष्णु प्रताप सिंह, बीएसए