- मंडल के सभी जिलों में उड़ाए जाएंगे ड्रोन कैमरे

- चुनाव आयोग देगा ड्रोन खरीदने का खर्चा

- अति संवदेनशील बूथों पर निरंतर की जाएगी निगरानी

- प्रत्याशी भी देख सकेंगे बूथों का टीवी पर हाल

- हर सेंटर पर प्रत्याशियों के लिए जाएगी व्यवस्था, लेनी होगी डीएम से परमिशन

- हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे

Meerut : ऐसा पहली बार हो रहा है जब ग्राम प्रधान चुनाव में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। जिन जिलों में ड्रोन कैमरे नहीं हैं, वहां पर ड्रोन खरीद का सारा खर्च इलेक्शन कमिशन उठाएगा। वहीं अतिसंवेदनशील प्लस बूथों पर लगातार वीडियोग्राफी की जाएगी। अगर किसी प्रत्याशी को किसी बूथ का आंखों देखा हाल देखना है तो वह डीएम की परमिशन से देख सकेगा। इसके लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। ये बातें इलेक्शन कमिशन के आयुक्त एसके अग्रवाल ने मंडल के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में कही।

हर जिले में ड्रोन कैमरे

मेरठ मंडल ही नहीं बल्कि वेस्ट यूपी के तीनों प्रमुख मंडलों (सहारनपुर और बरेली मंडल भी) के जिलों में इस बार ड्रोन की निगरानी में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के चुनाव होंगे। इसके लिए सभी जिलों में ड्रोन कैमरों की व्यवस्था की जाएगी। जिसे खरीदने के आदेश इलेक्शन कमिश्नर ने कर दिए हैं। इसे खरीदने में जितना भी खर्चा आएगा उसका वहन इलेक्शन कमीशन वहन करेगा। उन्होंने साफ कर दिया अगर किसी जिले में एक से ज्यादा ड्रोन की जरूरत पड़ी तो वो खरीदे जाएंगे। गौरतलब है कि मेरठ में एक और गाजियाबाद में दो ड्रोन कैमरे पहले ही मौजूद हैं। वहीं बरेली मंडल में बरेली जिले में भी ड्रोन मौजूद हैं।

होगी वीडियोग्राफी

वैसे तो बूथों और सेंटर्स वीडियोग्राफी होगी ही, लेकिन अति संवेदनशील बूथों पर निरंतर वीडियोग्राफी होने के आदेश हो गए हैं। इलेक्शन कमिश्नर ने कहा कि हरेक वोटर क हरकत को कैमरे में कैद किया जाएगा। ताकि उसे इस बात की जानकारी हो कि अगर वो कुछ करता है तो उसे आसानी से आईडेंटीफाई किया जा सकता है। वहीं उन्होंने हर केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी आदेश किए हैं। ताकि हर कोई कैमरे की जद में रहे। मतदान के बाद के वीडियोग्राफी और सीसीटीवी की हर फुटेज को ध्यान से देखा जाएगा।

प्रत्याशी देख सकेंगे बूथों का हाल

वहीं अगर कोई प्रत्याशी किसी बूथ का हाल देखना चाहते हैं तो उसके लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने साफ कहा कि इसके लिए डीएम से परमिशन लेनी होगी। जिसके बाद सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के थू्र स्क्रीन पर आंखों देखा हाल देख सकेंगे। इलेक्शन कमिश्नर ने साफ कर दिया है कि प्रधान के चुनावों में जितनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा सकता है किया जाएगा। इन चुनावों में ऐसा पहली बार किया जा रहा है।

जिले के 12 ब्लॉकों में ये है केंद्रों और बूथों की स्थिति

ब्लॉक मतदान केंद्र सामान्य संवेदनशील अतिसंवेदनशील अतिसंवेदनशील प्लस

जानी खुर्द 75 22 18 22 13

रोहटा 52 18 10 17 07

दौराला 70 18 09 36 07

रजपुरा 76 08 38 13 17

खरखौदा 58 33 08 11 06

मवाना 84 44 14 17 09

मेरठ 35 20 01 10 04

हस्तिनापुर 67 11 22 27 07

सरधना 64 09 35 10 10

सरूरपुर खुर्द 68 08 14 40 06

माछरा 73 12 21 32 08

परीक्षितगढ़ 86 17 21 40 08