RANCHI जमाना इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का है तो भला रियल एस्टेट का कारोबार इससे अलग-थलग कैसे रह सकता है। आपको अपने मन-माफिक व पसंद का आशियाना चाहिए तो इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। चाहे जमीन चाहिए, या फ्लैट अथवा डुप्लेक्स। इंटरनेट पर क्विकर, फास्टर, ओएलएक्स और 99 एकड़ डॉट कॉम जैसे कई ऑनलाइन साइट्स हैं, जिसकी आप मदद ले सकते हैं। इतना ही नहीं आप अपने मकान अथवा दुकान को किराए पर देने के लिए भी इन ऑनलाइन साइट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। इन ऑनलाइन साइट्स पर प्रॉपर्टी बाजार खूब फल-फूल रहा है। लोगों का भी भरोसा इन साइट्स पर तेजी से है। वे प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री के लिए इन साइट्स का सहारा ले रहे हैं।

क्विकर से मिला किराएदार

एक्सआईएसएस के फैकल्टी मेंबर डॉ संजीव बजाज ने बताया कि उन्हें अपना मकान किराए पर देना था। काफी सोच-विचार के बाद मैंने अखबार में एड देने की बजाय क्विकर पर पोस्ट कर दिया। इसके बाद मुंबई और सिंगरौली समेत कई और इलाकों से घर को किराए पर लेने के लिए मुझे कॉल आने लगे। फाइनली क्विकर के जरिए ही मैंने अपने किराएदार को सेलेक्ट किया। वे बताते हैं कि रियल एस्टेट का अगर ऑनलाइन कारोबार तेजी से बढ़ रहा है तो इसकी कई वजहें हैं। एक तो ऑनलाइन साइट्स पर फ्री में एडवर्टिजमेंट देने की फैसिलिटी अवेलेबल है। इसके अलावे इसकी पहुंच रिजनल न होकर ग्लोबल होती है। देश-दुनिया कहीं भी ऑनलाइन प्रॉपर्टी का कारोबार संभव है। इतना ही नहीं अखबार में एकबार दिए गए एड की उम्र सिर्फ 24 घंटे की होती है, जबकि ऑनलाइन साइट्स पर समय को लेकर वैसी कोई बंदिश नहीं है।

सावधान रहने की है जरूरत

डॉ बजाज बताते हैं कि प्रॉपर्टी की डिलिंग वाले ऑनलाइन साइट्स पर जेन्यूइन और फेक, दोनों तरह के खरीदार होते हैं। हालांकि, इंटरनेट इस्तेमाल करनेवालों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ रही है, इन ऑनलाइन साइट्स पर जिन्यूइन बायर्स की संख्या बढ़ी है। अब लोग प्रॉपर्टी खरीदने के लिए दलालों के पास जाना नहीं चाहते हैं, क्योंकि कई बड़ी कंपनीज उन्हें ऐसी फैसिलिटीज ऑनलाइन अवेलेबल करा रही है। बिल्डर कुंदन सिंह कहते हैं कि फ्लैट्स की खरीद-बिक्री को लेकर ऑनलाइन इंक्वायरी आ रही है। इसके अलावे ऐसे साइट्स पर आप प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री को लेकर खुद पोस्ट कर सकते हैं, किसी ब्रोकर की जरूरत नहीं है।

फ्लैट्स की ऑनलाइन बिक्री

लालपुर में लग्जीरियस व करोड़ी फ्लैट्स बना रहे बिल्डर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एनआरआई इन फ्लैट्स के खरीदार हैं और वे इसकी ऑनलाइन बुकिंग करा रहे हैं। ये फ्लैट्स तीन से पांच हजार स्क्वायर फुट में बन रहे हैं। बरियातू में रहनेवाले रिटायर्ड इंजीनियर ने बताया कि ऑनलाइन प्रॉपर्टी साइट्स की वजह से महंगा से महंगा और सस्ता से सस्ता फ्लैट की जानकारी आसानी से मिल जाती है।

तेजी से बढ़ रहा है ऑनलाइन प्रॉपर्टी का कारोबार

- ऑनलाइन साइट्स पर प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री को लेकर दिए गए एड की पहुंच ग्लोबल होती है।

- ऑनलाइन साइट्स पर प्रॉपर्टी के कारोबार को लेकर दिए जानेवाले एड का रेट काफी कम होता है।

- अखबार में एकबार दिए गए एड की उम्र सिर्फ 24 घंटे की होती है, जबकि ऑनलाइन साइट्स पर ऐसे एड 15 दिनों तक दिखते हैं।

- ऑनलाइन साइट्स पर प्रॉपर्टी से रिलेटेड डिटेल्स व फोटो बड़े आकार में दिए जा सकते हैं, जिससे खरीदार को पूरी जानकारी मिल जाती है।

बेहद सरल होता है

- स्मार्ट फोन का इस्तेमाल तेजी से बड़ रहा है, ऐसे में प्रॉपर्टी की डील के सिलसिले में ऑनलाइन साइट्स की यूटिलिटी भी तेजी से बढ़ रही है।