- जीआरपी के हेल्पलाइन नंबर को सीएम का बताकर किया जा रहा वायरल

- फेसबुक और व्हाट्सएप पर नंबर वायरल होने के बाद जीआरपी परेशान

GORAKHPUR: यदि आपको भी कोई ऐसा व्हाट्सएप मैसेज मिला है, जिस पर एक पार्टिकुलर नंबर को सीएम का हेल्पलाइन नंबर बताते हुए तीन घंटे में कंप्लेंट पर एक्शन की बात कही जा रही है तो जरा रुकिए। यह सीएम का नहीं, बल्कि जीआरपी का हेल्पलाइन नंबर है। इस तरह के मैसेजेज के वायरल होने से जीआरपी की हेल्प लाइन नंबर पर कंप्लेंट की भरमार हो गई है। ऐसी कंप्लेंट आ रही हैं जिसका जीआरपी से कोई लेना-देना नहीं है। अब पुलिस वैसे लोगों की तलाश में जुटी है जो इस तरह के मैसेज फेसबुक या व्हाट्सएप पर पोस्ट या शेयर कर रहे हैं।

वीआईपी नंबर से पब्लिक कंफ्यूज

सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा यह नंबर वीआईपी है और एक बार पढ़ने पर ही याद हो जा रहा है। इस कारण यह खूब वायरल हो रहा है। व्हाट्सएप पर बने हर ग्रुप में दिन में कई किसी न किसी मेंबर द्वारा यह पोस्ट शेयर किया जा रहा है।

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि यह जीआरपी का हेल्प लाइन नंबर है और खुद जीआरपी भी इससे परेशान है।

16 नवंबर को जारी हुआ था नंबर

जिस नंबर को सीएम का हेल्पलाइन नंबर बताकर वायरल किया जा रहा है, उसे जीआरपी की ओर से 16 नवंबर 2016 को शुरू किया गया था। रेल यात्रा के दौरान या रेलवे परिसर में किसी तरह की कोई घटना होने पर इस नंबर पर सूचना देनी है। इस पर जीआरपी तत्काल एक्शन लेकर कार्रवाई करती है।

हेल्पलाइन नंबर

9454404444

वर्जन

यह नंबर डीजी रेलवे के निर्देश पर जीआरपी रेलवे ने जारी किया है। इस नंबर से प्रदेश सरकार से संबंधित किसी भी तरह की कंप्लेंट नहीं ली जा सकती है। इस पर केवल जीआरपी से संबंधित शिकायतें ली जाती हैं।

भरत सिंह, एसपी, रेलवे