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JAMSHEDPUR: फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद अब वेडिंग सीजन शुरू होने वाला है। नवंबर-दिसंबर में शहर में धूम-धड़ाके के साथ शहनाईयां गूंजेगी, लेकिन जीएसटी लागू होने के बाद इस बार शादी का सीजन सिर्फ शादी देने या करने वाले परिवार को ही नहीं, बल्की मैरेज होम और होटल संचालन करने वालों को भी महंगा पड़ेगा। जीएसटी लगने के कारण कैटरिंग से लेकर ज्वैलरी तक महंगा हुआ है। बजट बढ़ जाने की वजह से लोग इसे एडजेस्ट करने में परेशानी हो रही है

क्9 नवंबर से स्टार्ट है सीजन

केंद्र सरकार ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) एक जुलाई ख्0क्7 से लागू कर दिया है। इसके कारण जीएसटी काउंसलिंग ने क्ख्00 से ज्यादा वस्तुओं और सेवाओं के लिए टैक्स की दरें निर्धारित कर दी है। इस बार वेडिंग सीजन नवंबर से शुरू हो रहा है। इस बार वेडिंग सीजन में महंगाई का की मार पड़ने वाली है।

हर खर्च पर असर

जीएसटी लगने के कारण वेडिंग सीजन के हर खर्च पर असर देखने को मिलेगा। चाहे वह कैटरिंग हो, मैरेज हॉल की बुकिंग हो या फिर शादी की शॉपिंग। कुछ ऐसी वस्तुएं भी है, जिन पर पहले से कोई टैक्स नहीं देना पड़ता था। लोग अनरजिस्टर्ड बिल से भी काम चला लेते थे, लेकिन अब जो भी खरीदारी करेंगे उस पर पहले से ही जीएसटी लागू है। इवेंट मैनेजमेंट सर्विसेज पर भी क्8 फीसद टैक्स लग रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी मध्यम वर्ग के लोगों को होगी।

बढ़ जाएगा बजट

जानकारों की मानें तो इस साल जीएसटी लागू होने से वेडिंग सीजन के खर्च में क्0 से क्भ् परसेंट जीएसटी का बोझ बढ़ गया है। इसे इस तरह से समझा जा सकता है। अगर एक मीडिल क्लास के आदमी को एक शादी में औसतन तीन लाख रुपए खर्च होते थे, तो अब जीएसटी लागू होने के कारण इस बार से यह खर्च बढ़ कर फ्.ब्भ् लाख हो जाएगा।

 

किस पर कितना जीएसटी

ज्वेलरी 0फ् परसेंट

मैरिज होम क्8 परसेंट

कैटरिंग क्ख् परसेंट

रेडीमेड कपड़ा क्8 परसेंट

एलपीजी भ् परसेंट

कार व बाइक ख्8 परसेंट

मेकअप ख्8 परसेंट

भ्00 रुपए से ज्यादा के फुटवियर क्8 परसेंट

जीएसटी लागू होने की वजह से शादियों में खर्चे बढ़ गए हैं। कागजी काम बढ़ गए हैं। टैक्स का लेखा-जोखा रखना पड़ रहा है। मैरेज हॉल तो अप्रेल से ही बुक कर लिए गए थे। तब कुछ आइडिया नहीं था। अब जीएसटी लगने कॉस्ट अधिक हो गई है। साथ ही जीएसटी लगने के कारण मैरेज हॉल मालिक को भी आमदनी के क्राइटेरिया के अनुसार टैक्स देना है।

-अरुण अग्रवाल, मैरिज होम संचालक

जीएसटी लगने के कारण कैटरिंग से लेकर सजावटी समान टेंट सभी का रेट बढ़ गया है। इस वजह से अब इवेंट ऑर्गनाइज करने में ज्यादा पैसे लग रहे हैं। ऐसे में लोगों को पिछले साल की तुलना में ज्यादा पैसे ख्रर्च करने पड़ रहे हैं।

-राहुल सिंह, इवेंट ऑर्गनाइजर