-जीएसटी के बाद बाजार में इंक्वायरी पर ज्यादा जोर दे रहे हैं कस्टमर,

-पुराने बिल पर पुराना माल खपा रहे कारोबारी

VARANASI

जीएसटी के बाद मार्केट में जहां पुराने बिल पर माल खपाने पर कारोबारी सक्रिय है तो वहीं अधिकतर शॉपिंग काम्पलेक्स सहित शोरूम्स में खरीदारी को लेकर कस्टमर्स की इंक्वायरी काफी आ रही है। जीएसटी लागू होने के बाद परचेजिंग में गुड्स का रेट क्या है, क्या फायदा होगा? कोई ऑफर भी चल रहा है? फीचर कैसा है? आदि इंक्वायरी की बाढ़ बाजार में आ गई है। खास कर आटोमोबाइल्स मार्केट में कुछ अधिक ही इंक्वायरी आ रही है। बाइक, फोर व्हीलर के रेट को लेकर खासी दिलचस्पी लोग दिखा रहे हैं। हालांकि आटोमोबाइल्स में प्री जीएसटी शनिवार से अब तक बाइक ब्रिकी में जहां तेजी आई है तो वहीं फोर व्हीलर का मार्केट डाउन है।

दस परसेंट बाइक की बढ़ी ब्रिकी

जीएसटी लागू होने के बाद बाइक के रेट घटते ही बाइक की ब्रिकी बढ़ गई है। हालांकि आटोमोबाइल्स कारोबारी इसे कुछ खास नहीं मान रहे हैं, फिर भी दस परसेंट बिक्री से इनकार भी नहीं कर रहे हैं। जीएसटी की पूर्व संध्या शनिवार से अब तक पांच सौ से अधिक बाइक की ब्रिकी हुई है। एक दिन में औसतन सवा दो सौ बाइक की बिक्री हो रही है। जबकि वहीं फोर व्हीलर का मार्केट डाउन चल रहा है। औसतन जीएसटी के बाद सात से आठ गाडि़यां ही बिक रही है। जीएसटी से पहले एक दिन में सवा सौ गाडि़यां एक शोरूम से बिकती थी।

इतना मिल रहा है छूट

कंपनियों की ओर से शोरूम्स को जारी रेट लिस्ट के अनुसार बाइक का रेट क्ख्00 से ब्000 तक कम हुआ है तो वहीं स्कूट्रेट के रेट में भी क्ख्00 से फ्000 तक की छूट मिल रही है। फोर व्हीलर में ब्000 से लेकर ख्0,000 तक का छूट किया गया है। हालांकि कॉमर्शियल व्हीलर में कोई खास छूट नहीं दी गई है।

बहुत अच्छा कारोबार तो नहीं कह सकते लेकिन बाइक का मार्केट कुछ बढ़ा है। लगभग दस परसेंट बाइक की बिक्री बढ़ी है। जबकि फोर व्हीलर का मार्केट बिल्कुल डाउन चल रहा है।

गिरीश कुमार गुप्ता

वरिष्ठ सदस्य

वाराणसी ऑटोमोबाइल्स मोटर डीलर एसोसिएशन