स्लग: गणगौर नेक्स्ट, उदय मिष्ठान भंडार, राजस्थान कलेवालय समेत कई दुकानों में नहीं दे रहे बिल

-कस्टमर के बोलने पर सादा कागज में दे रहे बिल

RANCHI (19 Nov): जीएसटी का चक्कर राजधानी की मिठाई दुकानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इससे बचने के लिए स्वीट शॉप्स ग्राहकों को खरीदारी का बिल देने से बच रहे हैं। शहर के गणगौर नेक्स्ट, उदय मिष्ठान भंडार और राजस्थान कलेवालय में मिठाई और नमकीन की खरीदारी पर बिल नहीं दिया जा रहा है। मिठाई खरीदने वाले ग्राहक शंकर कुमार बताते हैं कि हमलोग मिठाई खरीदने जाते हैं। बिल मांगते हैं तो सादा कागज में लिखकर दे दिया जाता है। इधर, उदय मिष्ठान भंडार के ओनर बताते हैं कि जो बिल मांगते हैं उनको दिया जा रहा है। बिल में ही जीएसटी भी इंक्लूड करके दिया जा रहा है।

डब्बा के साथ तौल रहे मिठाई

रांची की अधिकतर मिठाई दुकानों में बिल नहीं दिया जा रहा है। ऊपर से मिठाई के साथ डब्बा भी तौला जा रहा है। ढाई सौ ग्राम मिठाई खरीदनी हो या पांच केजी सभी मिठाई डब्बा के साथ ही तौली जा रही है। मोटे कुड वाले डब्बे के कारण मिठाई कम डब्बा भारी रहता है। लेकिन इस पर दुकानदार कुछ बोलने से कतराते हैं।

कितना जीएसटी है पता नहीं

किसी मिठाई दुकान में अगर बिल दिया भी जा रहा है तो उसमें जीएसटी कितना प्रतिशत लिया जा रहा है कुछ पता नहीं चल रहा है। राजस्थान कलेवालय में मिठाई, नमकीन या खाना खाने पर बिल तो दिया जा रहा है, लेकिन जीएसटी का कहीं कोई जिक्र नहीं है। जबकि बिल में जीएसटीएन का नम्बर भी लिखा हुआ है। अब कस्टमर को यह पता नहीं चल पा रहा है कि कितना बिल हुआ और कितना प्रतिशत जीएसटी एड किया हुआ है। बिल में कितना प्रतिशत जीएसटी जोड़ा जा रहा है, यह पता नहीं चल पा रहा है।

सादे कागज पर दे रहे बिल

लालपुर स्थित राजस्थान कलेवालय में मिठाई खरीदने या वहां खाना खाने पर भी बिल में जीएसटी का कोई जिक्र नहीं है। बस सीधा बिल दिया जा रहा है। उदय मिष्ठान भंडार में लोग मिठाई खरीदने के लिए जाते हैं, लेकिन उनको बिल नहीं दिया जा रहा है। बिल मांगने पर सादा कागज में लिखकर दे दिया जाता है। हरिओम टावर स्थित मिठाई दुकान गणगौर नेक्स्ट स्वीट्स में भी मिठाई खरीदने पर बिल नहीं दिया जा रहा है। बिल मांगने पर वहां भी कागज में लिखकर दे रहे हैं। मिठाई दुकान वाले मिठाई का रेट भी तय नहीं करते हैं ना ही बिल देते हैं।