- सरकार पर लगाया अनदेखी का आरोप

- 3200 अतिथि प्रवक्ताओं का मामला हाईकोर्ट में

DEHRADUN: अतिथि शिक्षकों ने एक बार फिर सड़कों पर उतरकर आंदोलन की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि सरकार द्वारा कोर्ट में मजबूत पैरवी नहीं की जा रही है। जिससे वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं।

कोर्ट में मजबूत पैरवी न करने का आरोप

प्रदेशभर के फ्ख्00 अतिथि प्रवक्ताओं का मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। जबकि भ्भ्00 शिक्षक पुनर्नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। गत क्0 सितम्बर को नैनीताल हाईकोर्ट में शिक्षकों को लेकर फैसला सुनाया जाना था, लेकिन सरकार की ओर से पैरवी नहीं की गई। जिससे शिक्षकों में रोष है। शिक्षकों का कहना है कि सरकार इस मसले पर गंभीर नहीं है। माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक यादव ने कहा कि हाईकोर्ट में अतिथि शिक्षकों के मामले में ख्0 सितम्बर को अंतिम सुनवाई थी।

आंदोलन की दी चेतावनी

सरकार की ओर से कोर्ट में पैरवी ना होने से मामला उलझ गया। यदि इस बार भी सरकार पैरवी नहीं करती है तो शिक्षकों के पास सिवाय आंदोलन के कोई रास्ता नहीं बचेगा। मीडिया प्रभारी दौलत जगूड़ी ने बताया कि आज प्रदेशभर के शिक्षक दून पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में पांच हजार प्रवक्ताओं के पद खाली हैं जबकि सात हजार स्कूलों में प्रवक्ता नियुक्त नही हैं। सरकार को अतिथि प्रवक्ताओं के मामले पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।