-दिवाली नजदीक देख शहर के कई इलाकों में पटाखा तैयार करने से उसे डंपिंग करने का चल रहा है काम पुलिस की जांच सिमटी दालमंडी तक

-लोहता, लहरतारा, पितरकुंडा में चल रही है पटाखों की अवैध फैक्ट्री, पिछले साल पितरकुंडा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ था ब्लास्ट, गई थी कई जानें

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दिवाली नजदीक आने के साथ ही शहर में पटाखों की डंपिंग व इनको बनाने का काम जोर शोर से चल रहा है लेकिन पुलिस की जांच सिर्फ दालमंडी तक ही सिमट कर रह गई है। जबकि बाकी दूसरे इलाकों जिनमें लोहता, लहरतारा और पितरकुंड मेन हैं। यहां किसी की नजर ही नहीं है। ऐसे में इन इलाकों में पटाखे का गोदाम सरेआम बनाकर आसपास के इलाकों के लिए भी खतरा पैदा किया जा रहा है।

पिछली घटना से नहीं लिया सबक

पितरकुंडा में पिछले साल दिवाली से पहले ही अवैध पटाखा फैक्ट्री में बारुद को व तैयार पटाखों को घर में स्टोर करके रखना पटाखा कारोबारी को महंगा पड़ा था। देर रात तेज धमाके के साथ पूरा घर मलबे में तब्दील होने से छह लोगों की जान चली गई थी और आसपास के कई मकान भी ध्वस्त हो गए थे। इसके बाद की गई ताबड़तोड़ छापेमारी में आसपास के कई मकानों से भी पटाखे मिले थे लेकिन इस बार पुलिस ने इस इलाके को अब तक टच भ्नहीं किया है। जिससे यहां कभी भी कोई बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।

पुलिस बनी है अंजान

अवैध पटाखा बनाने का काम व पटाखों का स्टोरेज सिर्फ पितरकुंडा में ही नहीं बल्कि लोहता के कई गांवों समेत लहरतारा में भी होता है। ये हम नहीं खुद लहरतारा मार्का के नाम से मार्केट में बिकने वाले पटाखे बताने के लिए काफी हैं। इस इलाके के पटाखों का यूज शादी ब्याह में तो पूरे साल होता है लेकिन दिवाली पर इसकी डिमांड और बढ़ जाती है। जिसके कारण यहां इस वक्त बड़े पैमाने पर पटाखा मेकिंग और स्टोरेज का काम जारी है लेकिन पुलिस सबकुछ जानकर भी अंजान बनी हुई है।

कौन देगा ध्यान

- शहर में करीब आधा दर्जन इलाकों में हैंअवैध पटाखा फैक्ट्री

- लोहता, लहरतारा, पितरकुंडा हैं मेन पाइंट

- पितरकुंडा में पिछले साल अवैध पटाखा फैक्ट्री में हो चुका है धमाका

-धमाके में छह लोगों की गई थी जान

- ब्लास्ट के बाद घर के अंदर समेत आसपास के कुछ घरों में मिला था अवैध पटाखे का जखीरा

सिर्फ दालमंडी पर ही फोकस क्यों?

पुलिस को ये अच्छे से पता है कि शहर के किन किन इलाकों में अवैध पटाखों के गोदाम हैं और इसे कहां-कहां तैयार किया जाता है, लेकिन संबंधित थाने से लेकर लोकल इंटेलिजेंस तक इस बाबत कुछ नहीं कर रहा है। जबकि दालमंडी पर सभी का पूरा फोकस है। जिसके चलते दूसरे मोहल्लों में चल रहे अवैध पटाखा गोदाम संचालक बचे हुए हैं।

जिन भी इलाकों या मोहल्लों में अवैध रुप से पटाखा रखा है या बन रहा है। वहां कार्रवाई जरुर होगी। ये गैरकानूनी है और इसको किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

आरके भारद्वाज, एसएसपी