RANCHI: रिम्स के नर्सिग हास्टल में गार्ड्स का कब्जा है। इससे नर्सिग हास्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को परेशानी हो रही है। गार्ड्स के हास्टल में रहने के कारण बाहरी तत्वों का वहां आना जाना लगा रहता है। हास्टल ड्यूटी पर तैनात रहने के बावजूद गार्ड किसी से कोई पूछताछ नहीं करते है। कई बार तो हास्टल के आसपास मौजूद कुछ युवक स्टूडेंट्स पर कमेंट भी कर देते हैं। लेकिन स्टूडेंट्स की भी मजबूरी है कि वह कुछ नहीं कर पातीं। कंप्लेन करने के बावजूद भी यह सिलसिला जारी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर रिम्स प्रबंधन इन गार्ड्स को हटाने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठा रहा।
कोई आए-जाए, नहीं है रोक-टोक
हास्टल में गार्ड्स के रहने के कारण अक्सर लोगों का आना जाना लगा रहता है। वहीं कई लोग तो स्टाफ होने की बात कहकर आसानी से अंदर चले जाते है। वहीं देर रात तक गर्ल्स हास्टल होने के बावजूद किसी के आने जाने पर कोई रोक नहीं है। इससे स्टूडेंट्स खुद को सेफ फील नहीं करती।
हास्टल के बाहर अड्डेबाजी
हास्टल कैंपस के बाहर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं ड्यूटी में तैनात गार्ड भी किसी से कोई पूछताछ नहीं करता है। कैंपस के आसपास में अक्सर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। स्टूडेंट्स को वे परेशान भी करते है। इसके बावजूद इन्हें सबक सिखाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है।
कंप्लेन के बावजूद कार्रवाई नहीं
स्टूडेंट्स ने इस मामले को लेकर कई बार कंप्लेन भी की है। इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। वहीं गार्ड्स के मामले में स्टूडेंट्स ने बताया कि खुद को स्टाफ का परिवार बताकर कई लोग चले आते है लेकिन उनसे दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं होता है।
आउटसोर्सिग पर हैं सिक्योरिटी गार्ड्स
रिम्स में तैनात सैकड़ों गार्ड्स आउटसोर्सिग पर है। इसके बावजूद उन्होंने रिम्स के नर्सिग हास्टल में कब्जा जमा रखा है। इससे इन गार्ड्स की पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां एक ओर आउटसोर्सिग की बात कहकर कुछ गार्ड्स को रिम्स कैंपस में बने बैरक से हटा दिया गया वहीं कुछ खास गार्डो को किसी ने कुछ नहीं कहा।
वर्जन
गार्ड्स नर्सिग हास्टल में रह रहे हैं। इस बारे में फिलहाल मुझे कोई जानकारी नहीं है। इसलिए मैं कुछ नहीं बता सकता। इस मामले को देखा जाएगा।
-डॉ। रघुनाथ, मेडिकल आफिसर, रिम्स