JAMSHEDPUR: टेल्को राम मंदिर में चल रहे तीन दिवसीय ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन बुधवार को स्वामिनी विमलानंद ने कहा कि जब पुरुषार्थ छूट जाता है, तो भगवान की कृपा भी छूट जाती है। भगवान श्रीकृष्ण अध्यात्म ज्ञान हैं और अर्जुन भौतिक ज्ञान। जब दोनों साथ होते हैं तो सफलता मिलती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि क्रिकेटर सारे प्रोटेक्शन के साथ मैदान में आते हैं और मन से भी तैयार होते हैं। फिर भी जब बॉलिंग होती है तो वे तैयार होते हुए भी आउट होते हैं। वैसे ही जीवन में भी होता है। जीवन में नो बॉल नहीं होता है।

मन:स्थिति को बदलो

उन्होंने कहा कि यह कभी नहीं कहना चाहिए कि मैं क्या कर सकता हूं। इसलिए मनीषियों ने कहा है कि मन:स्थिति को बदलो, बाह्य स्थितियों को बदलने की कोशिश न करो। जब अर्जुन कुरुक्षेत्र में स्वजनों को देखकर युद्ध से विमुख होने लगे तो भगवान कृष्ण ने उनकी मन:स्थिति को बदला। अर्जुन खुद भी शिक्षित-योग्य थे, लेकिन विपरीत परिस्थिति आई तो मुसीबत में पड़ गए। भगवान युद्ध की सभी परिस्थितियों को बदल सकते थे क्योंकि भगवान अनंत कोटि के नायक हैं। ऐसा न करके उन्होंने अर्जुन की मन:स्थिति को ही बदल दिया। यह आयोजन चिन्मया मिशन की ओर से किया गया था। इसमें स्वामिनी विमलानंद ने छात्रों को सफलता का मूल मंत्र दिया। प्रवचन का लुत्फ उठाने वालों में सैकड़ों छात्र, अभिभावक व कंपनी अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे। ज्ञात हो कि स्वामिनी विमलानंद चिन्मया मिशन में एजुकेशल सेल की प्रमुख हैं।