- बेटी की तलाश में हर दिन थाने की चौखट पर दस्तक देती थी मां

- पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर आरोपी से की थी पूछताछ फिर दिया था छोड़

- दोनों के बीच चल रहे झगड़े के चलते पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता

<- बेटी की तलाश में हर दिन थाने की चौखट पर दस्तक देती थी मां

- पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर आरोपी से की थी पूछताछ फिर दिया था छोड़

- दोनों के बीच चल रहे झगड़े के चलते पुलिस ने नहीं दिखाई गंभीरता

LUCKNOW : lucknow@inext.co.in

LUCKNOW : मडि़यांव पुलिस की जरा सी चूक की वजह से एक मां ने अपने कलेजे के टुकड़े को गंवा दिया। पुलिस 'पेशबंदी' के खेल में उलझी रही और हत्यारों ने मां के जिगर के टुकड़े को मौत की नींद सुला दिया। पुलिस का पत्थर दिल मां की ममता के आगे भी नहीं पिघला। मां रोजाना पुलिस की चौखट पर अपनी बच्ची की सलामती की खोज खबर लेनी जाती थी, लेकिन बेरहम पुलिस उसे दुत्कार देती थी।

पुलिस अगर सक्रिय होती तो मेरी बेटी जिंदा होती

लक्ष्मी का शव मिलने की जानकारी मिलते ही उसके माता-पिता की चीख निकल पड़ी। दीपू अपनी पत्नी निशा के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। दंपती मासूम बेटी के शव की हालत देखकर दहाड़े मारकर रोने लगे। साथ ही पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लक्ष्मी की मौत का जिम्मेदार मडि़यांव पुलिस को भी ठहराने लगे। दीपू के मुताबिक अगर पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो शायद उनकी बेटी लक्ष्मी जिंदा होती।

पूछताछ कर छोड़ दिया था पुलिस ने

पीडि़त परिवार का कहना है कि पड़ोसी बृजेश ने उन्हें धमकी दी थी कि तुम्हारी बेटी को गायब करवा दूंगा। इसकी शिकायत उन लोगों ने पुलिस से भी की थी। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस ने बृजेश और उसकी पत्नी से पूछताछ की थी और फिर उन्हें छोड़ दिया था। आरोप है कि अगर पुलिस गहनता से आरोपियों से पूछताछ करती तो लक्ष्मी की हत्या नहीं होती।

थाने जाने पर देते भगा

मां निशा का आरोप है कि जब वह अपनी बेटी की बरामदगी के लिए मडि़यांव थाने जाती थीं तो उन्हें पुलिसकर्मी शांत रहने के लिए कहते थे। पोस्टमार्टम हाउस पर बेटी को खोने के गम में निशा ने पुलिस को काफी भला-बुरा भी कहा। इस दौरान पुलिसकर्मी शांत खड़े रहे।

माल का रहने वाला है संदिग्ध पड़ोसी

पुलिस का कहना है कि संदिग्ध पड़ोसी बृजेश व दीपू एक ही मकान में किराए पर रहते हैं। बृजेश व दीपू का कमरा आस पास है। यही नहीं संदिग्ध माल के ही लोधखेड़ा गांव का रहने वाला है। पुलिस संदेह के आधार पर बृजेश को हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ कर रही है। पुलिस को आशंका है कि रंजिश में लक्ष्मी की हत्या की गई है।

छात्रा के पिता पर लगाया था आरोप

पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को दीपू ने मडि़यांव थाने में जाकर बृजेश पर अपहरण का आरोप लगाया था। इससे पूर्व बृजेश ने दीपू पर क्भ् फरवरी को उसकी क्7 वर्षीय बेटी को बहला फुसलाकर भगा ले जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने दीपू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसी बीच ख्ख् फरवरी को बृजेश की बेटी को भिटौली से बरामद कर लिया गया। क्0 मार्च को बृजेश की बेटी दोबारा चली गई थी। इसको लेकर वह दीपू पर शक कर रहा था और उसे अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी।

बाक्स-

दो साल पहले इसी तरह मिली थी छात्रा की लाश

मासूम लक्ष्मी की दिल दहला देने वाली हत्या ने एक बार फिर राजधानी को हिलाकर रख दिया। ठीक दो साल पहले फरवरी क्म् में स्कूल ड्रेस में सीएम आवास से चंद कदमों की दूरी पर छात्रा की लाश पेड़ से लटकी हुई मिली थी।