स्लग: पुंदाग की आलिया ने शिवम को बुलाया था रिंग रोड, एसएसपी के समक्ष कबूला जुर्म
-राकेश सिंह उर्फ जॉन ने अपहरण का बुना था जाल, चंदन सोनार कर रहा था मॉनिटरिंग
RANCHI(24 Sep): चुटिया निवासी बीजेपी नेता मदन सिंह के बेटे शिवम समेत तीन छात्रों के अपहरण मामले में हनीट्रैप बनी युवती आलिया को पांच लाख रुपए मिलने वाले थे। किडनैपर्स के टारगेट पर शिवम ही था, जिसके अपहरण की फील्डिंग चंदन सोनार गिरोह के राकेश सिंह उर्फ जॉन ने सजाई थी। इसके लिए उसने पुंदाग ओपी एरिया के इलाहीनगर में रहने वाली फ्0 वर्षीया आलिया का इस्तेमाल किया, जो पैसे के लालच में अपने पति सरफराज अंसारी को बिना बताए ही काम करने लगी।
स्टेशन रोड आती थी आलिया
आलिया स्टेशन रोड स्थित फॉर्क एंड कॉर्क रेस्टोरेंट में आती-जाती थी, जहां अपराधियों का भी आना-जाना था। राकेश के कहने पर मनोज चड्डा के भाई रवि चड्डा ने मुकेश कुमार सिंह उर्फ खल्ली को रेकी करने के लिए कहा। चूंकि मुकेश भी उस रेस्टोरेंट में जाता था। वहां पर उसकी मुलाकात आलिया से हुई थी। उसने आलिया से एक युवक को फंसाने के लिए पांच लाख का सौदा तय किया था। रुपए के लालच में आलिया काम करने लगी। राकेश, धर्मेद्र और मुकेश ने उसे शिवम से लव का फरेब कर कहीं बाहर बुलाने का प्रोग्राम फिक्स करने के लिए था। आलिया ही फोन कर शिवम सिंह को बुलाने की कोशिश कर रही थी। उस दिन भी वही हुआ, जब तीनों आलिया से मिलने जाने लगे। आलिया ने स्वीकार किया है कि उसी ने मोबाइल पर कॉल कर शिवम को रिंग रोड में बालालौंग के नजदीक आने के लिए मजबूर किया था।
शैंकी ने जाने से किया था मना
उसी वक्त अभिषेक उर्फ शैंकी ने उनलोगों को रिंग रोड जाने से मना किया था। फिर भी वे लोग वहां गए, जो घटना घटी। इसके बाद मुकेश कुमार सिंह उर्फ खल्ली, धीरज कुमार उर्फ गौतम, गोविंद, राजेश ने एक षडयंत्र रचा। फिर, सुजीत कुमार उपाध्याय उर्फ बिट्टू, ब्रजेश कुमार उर्फ छोटू उर्फ मुन्ना, रणविजय सिंह, धर्मेद्र कुमार, छोटू यादव के साथ किडनैप कर लिया।
शिवम के फोन से मांगते थे फिरौती
एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि अपहर्ता शिवम के मोबाइल से ही कॉल कर फिरौती की मांग करते थे। मांग पूरी नहीं होने पर जान से मारने की धमकी देते थे। एसएसपी के मुताबिक, इस मास्टर प्लान में चंदन सोनार खुद इन्वॉल्व था। वह राकेश कुमार सिंह उर्फ जॉन को निर्देश देता रहता था। छात्रों को कहां रखना है, किसके यहां रखना है, वहां पुलिस की गतिविधि कितनी है आदि जानकारी लेते रहता था।
क्या-क्या हुए बरामद
मोबाइल क्ब्
मोबाइल बैट्री दो
नाइन एमएम देसी पिस्टल क्
देसी कटटा दो
गोली तीन
नाइन एमएम की गोली दो
मोबाइल सिम फ्
मोबाइल चार्जर ब्
आधारकार्ड भ्
पैन कार्ड क्
डिस्पोजल सीरिंज ख्
अल्प्राजोलन टैबलेट ख्फ्
फोर्टविन इंजेक्शन क्
घड़ी फ्
गाड़ी का ओनर बुक, डीएल, एटीएम कार्ड, टेलीफोन डाइरेक्ट्री