सरदार हार्दिक कहलाने की है ख्वाहिश
एक निजी चैनल के साथ बातचीत में हार्दिक ने कहा कि सरदार पटेल और बाल ठाकरे उनके आदर्श हैं। पटेल समुदाय के 22 वर्षीय नेता ने कहा, ‘मैं उस दिन से खुश हो जाऊंगा जब लोग मुझे सरदार हार्दिक कहने लगेंगे। मैं आधुनिक पटेल होना चाहता हूं, झूठा वादा करने वाला नहीं बनना चाहता।’ स्टेचू ऑफ यूनिटी के नाम से सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा बनवाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर युवा नेता ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘मैं हकीकत बनना चाहता हूं, एक प्रतिमा में नहीं सिमटना चाहता।’
विकास के नाम पर हुए काम को बताया शून्य
उन्होंने कहा कि मोदी का गुजरात मॉडल गरीबों के लिए नाकाम साबित हुआ है। जो धनी हैं वह और धनी हो गए और गरीब और बदतर हो गए। उन्होंने बताया, ‘मैं गांव से आता हूं। मेरे गांव में कुछ भी विकास नहीं दिखता है। मुझे तो यह भी याद नहीं कि मैंने वोट किसे दिया था।’
पटेल पर गुर्जर समुदाय में मदभेद
इस बीच आरक्षण की मांग को लेकर जाट आंदोलन को देश व्यापी बनाने में जुटे हार्दिक पटेल को समर्थन देने पर गुर्जर समुदाय में मतभेद दिख रहा है। रविवार को दिल्ली के कोटला गांव स्थित गुज्जर भवन में समर्थन लेने आये पटेल के संबोधन के दौरान यह विरोध देखने को मिला। पटेल ने जैसे ही बोलना शुरू किया, गुर्जर समुदाय के राजेंद्र मावी ने पटेल को समर्थन देने का विरोध किया। मावी अखिल भारतीय गुर्जर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। विरोध करते हुए मावी ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर गुर्जरों ने जाट आरक्षण का विरोध करते हुए सुप्रीमकोर्ट का रुख किया है, ऐसे में वो हार्दिक पटेल के साथ इस मुद्दे पर कैसे खड़े हो सकते हैं।
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