-हर्षोल्लास से मनाया गया आईवीआरआई का नौवां कॉन्वोकेशन

-631 मेधावियों को दिए गए मेडल और डिग्री

-नौ बेस्ट टीचर्स को भी मिला सम्मान, खिले चेहरे

BAREILLY आईवीआरआई का नौवां कॉन्वोकेशन सैटरडे को धूमधाम से मनाया गया। चीफ गेस्ट केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार द्वारा मेधावियों को प्रशस्ति पत्र और डिग्री देकर सम्मानित किया। इसके अलावा पढ़ाई के दौरान अनुशासन में रहने वाले 33 बेस्ट स्टूडेंट्स और बेहतर शिक्षा देने वाले नौ टीचर्स को भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं, चीफ गेस्ट ने स्टूडेंट्स को उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया।

खिले स्टूडेंट्स के चेहरे

सैटरडे को आईवीआरआई में नौवें कॉन्वोकेशन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ चीफ गेस्ट केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने किया। इसके बाद डायरेक्टर डॉ। आरके सिंह ने प्रोग्राम के शुभारंभ किया। कैंपस में चल रहे विभिन्न कोर्सेस के एचओडी ने सम्मान पाने वाले मेधावियों के नाम की घोषणा की। चीफ गेस्ट ने 2013 से 2016 के 251 पीएचडी स्टूडेंट्स को डिग्री दी। मास्टर ऑफ वेटरनिटी साइंस के 380 स्टूडेंट्स को डिग्री देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा पढ़ाई के दौरान अनुशासन में रहने वाले डॉ। अंकिता, डॉ। स्वाति सचान, डॉ। अभिषेक समेत नौ स्टूडेंट्स को बेस्ट स्टूडेंट्स चुने जाने पर मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया गया। प्रोग्राम की अध्यक्षता कृषि अनुसंधान व शिक्षा विभाग एवं महानिदेशक भारतीय अनुसंधान परिषद के डॉ। त्रिलोचन माहपात्र ने की।

नौ टीचर्स भी हुए सम्मानित

इसके अलावा कॉन्वोकेशन में डॉ। ज्ञानेन्द्र सिंह, बीएस मंजूनाथ, डॉ। डीबी मंडल, मेदराम शर्मा, पीएस बनर्जी, डॉ। राजेन्द्र सिंह, अरविन्द प्रसाद, रवि कुमार, एस दंडापत को बेस्ट टीचर्स के अवार्ड से नवाजा गया। इसके साथ ही दो स्टूडेंट्स को डॉ। एसएस प्रभु, तीन स्टूडेंट्स को डॉ। एसके तालपात्रा, तीन छात्रों को डॉ। डीआर उप्पल, दो स्टूडेंट्स को डॉ। यूआर मेहरा और एक छात्र को डॉ। जी बुचैया पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।

जल्द लागू होगा 'स्टूडेंट रेडी प्रोग्राम'

दीक्षांत समारोह के अंत में चीफ गेस्ट ने कॉन्वोकेशन को संबोधित करते हुए आईवीआरआई और उसके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पशु विज्ञान का मक्का कहे जाने वाले आईवीआरआई में नई तकनीकियों पर हमेशा काम होता रहा है। उन्होंने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किए जा रहे केन्द्र सरकार के प्रयासों के बारे में बताया। किसानों को उनके उत्पादों के उचित दाम मिल सके, इसलिए 'एकीकृत राष्ट्रीय मंडी योजना' तैयार की है।

आशू और साश्वत के साथ ली डिग्री

कॉन्वोकेशन में डिग्री लेने जम्मू कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक स्टूडेंट्स आए। इसमें मैरिड स्टूडेंट्स अपने परिवार के साथ डिग्री लेने आईं। 2014 की पास आउट स्टूडेंट डॉ। पूनम शाक्य अपने बेटे आशू, तो ज्योति यादव साश्वत के साथ डिग्री लेने पहुंची। स्टूडेंट्स ने बताया कि दो साल में आईवीआरआई पूरी तरह बदल गया है।

भारत बहुत अच्छा देश है

आईवीआरआई में पीएचडी कर रहे नाइजीरिया के अब्राहम ने कहा कि दुनिया में भारत की छवि चाहे जैसे भी हो। लेकिन देश बहुत अच्छा है। यहां पर मुझे बिल्कुल अपने परिवार जैसा प्यार मिलता है।