-मंडे को केंद्रीय गृहमंत्री पहुंचे पहाड़ों की रानी मसूरी

-प्रशासनिक अधिकारियों के ट्रेनिंग प्रोग्राम में किया शिरकत

MUSSOORIE : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेवारत प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश को आर्थिक एवं आध्यात्मिक रूप से विश्व शक्ति व विश्वगुरु बनाना सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि देश या प्रदेशों में सरकार किसी की भी हो, देश हित व देश विकास की उचित नीतियों को ब्यूरोक्रेट्स बिना किसी दबाव में आए आगे बढ़ाएं।

बिना दबाव के लागू करें पॉलिसी

लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी हैप्पीवैली में सेवारत प्रशासनिक अधिकारियों के मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम के शुभारंभ के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकारें तो मात्र पांच वर्ष के लिए होती हैं, और किसी की भी हो सकती है। लेकिन, देश उन्नत्ति व हित में किसी भी नीति को लागू करने में अधिकारी हिचके नहीं और बिना किसी दबाव के उनको लागू कर आगे बढाएं। उन्होंने अधिकारियों से नोडस्ट-नो रिमाइंडर पॉलिसी के साथ पूरी ईमानदारी और निष्पक्षता से कार्य करने का आह्वान किया। गृहमंत्री ने क्क्.0भ् बजे से क्ख्.क्0 बजे तक चले अपने एक घंटा पंाच मिनट का पूरा संबोधन हिंदी में किया। मिड करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम में सन् ख्000 से ख्00म् बैच के क्0भ् आईएएस अधिकारी भाग ले रहे हैं। गृहमंत्री ने अकादमी परिसर में लगी स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान अकादमी निदेशक राजीव कपूर सहित अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

मसूरी विधायक गणेश जोशी के नेतृत्व में भाजपा के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मसूरी दौरे पर आए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। प्रतिनिधि मंडल ने आपदाग्रस्त प्रदेश में राज्य सरकार की नाकामियों को उजागर किया। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री ने भेंट के दौरान उत्तराखंड में आई आपदा व राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आपदा राहत राशि में 7भ् प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार तथा ख्भ् प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार देती है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों सें सरकार से आपदा राहत में दबाव बनाकर कार्य करवाने आग्रह किया। भाजपा प्रतिनिधिमंडल में आरएस कठैत, मोहन पेटवाल, ओपी उनियाल व एबीवीपी के कार्यकर्ता शामिल रहे।