-डीटीओ का ड्राइवर भी है जेल में, हजारीबाग में हुई अरेस्टिंग

-ट्रक छोड़ने के लिए ड्राइवर से 22 हजार रुपए मांगने का है आरोप

RANCHI : रिश्वतकांड मामले में फरार हजारीबाग के डीटीओ विनोद कुमार गुप्ता को विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने हजारीबाग से गिरफ्तार कर लिया है। वह कई दिनों से फरार चल रहे थे। विजिलेंस ने इससे पूर्व क्0 दिसंबर, ख्0क्ब् को डीटीओ के बिचौलिए सह ड्राइवर सूरज कुमार को गिरफ्तार किया था। इस मामले में डीटीओ को भी आरोपी बनाया गया था।

यह है मामला

छह नवंबर ख्0क्ब् को ट्रक ड्राइवर शंकर लाल ट्रक लेकर मध्यप्रदेश से कोलकाता जा रहा था। अठका के पास डीटीओ विनोद कुमार ने ट्रक को चेक किया और गाड़ी के पेपर और लाइसेंस को जब्त कर लिया। जबकि ड्राइवर को ऑफिस में आकर मिलने को कहा। जब शंकर लाल ऑफिस पहुंचे तो उन्हें सूरज का नंबर देकर कहा कि इससे मिल लो। सूरज को फोन करने पर कहा कि ट्रक छुड़वाने के लिए डीटीओ साहब ख्ख् हजार रुपए मांग रहे हैं। इसके बाद सौदा क्9 हजार में तय हुआ। शंकर लाल ने इस मामले की जानकारी निगरानी ब्यूरो को दी। निगरानी की एक टीम एसपी विपुल शुक्ला के निर्देश पर हजारीबाग गई और सूरज कुमार को तत्काल गिरफ्तार कर लिया। निगरानी को देख डीटीओ वहां से भाग निकले। इस बाबत डीटीओ के खिलाफ निगरानी थाने में एक मामला दर्ज कराया गया था।

कांबिंग ऑपरेशन शुरू

बॉर्डर इलाके में नक्सली दस्ते की आशंका पर तीन जिलों की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। इनमें रांची, खूंटी और सरायकेला जिले शामिल हैं। पुलिस को सूचना मिली है कि रांची, खूंटी, सरायकेला जिले के बॉर्डर पर नक्सलियों ने अपना डेरा जमा लिया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने तीन जिलों की पुलिस के साथ कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कांबिंग ऑपरेशन में झारखंड जगुआर, एसएसबी और सीआरपीएफ की टीम को लगाया गया है। पुलिस को सूचना मिली है कि नक्सली अनिल दा और महाराज प्रमाणिक का दस्ता इन तीन जिलों के बॉर्डर एरिया में एक्टिव है। ऑपरेशन आईजी के निर्देश पर चार दिनों का अभियान चलाया जा रहा है।