-पत्‍‌नी को मरा बच्ची पैदा होने से था युवक था परेशान

-तीन दिन से था लापता, सोमवार को दशाश्वमेध घाट पर उतरायी मिली लाश

VARANASI : दशाश्वमेध घाट पर सोमवार की शाम एक युवक का शव उतराया मिला। पुलिस के काफी मशक्कत के बाद उसकी पहचान वनकर्मी के बेटे के रूप में हुई। वह तीन दिन से घर से लापता था। पत्नी को मरा बच्चा पैदा होने से वह काफी परेशान था। आशंका है कि उसने गंगा में कूदकर जान दे दी।

नाव की रस्सी में फंसा था शव

दशाश्वमेध घाट पर शाम को रोज की तरह भीड़ भाड़ थी। इसी दौरान लोगों की नजर गंगा में मौजूद नाव की रस्सी पर गयी। उसमें युवक की लाश फंसी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। कपड़ों की जांच करने पर ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे शिनाख्त हो सके। सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिलने पर रामनगर के रामपुर निवासी वनकर्मी रामसेवक ने मृतक की पहचान अपने बेटे श्यामलाल (ख्8 वर्ष) के रूप में की। बताया कि वह तीन दिन से घर से लापता था। उसकी तलाश की जा रही थी।

ऊबर नहीं पा रहा था सदमे से

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट सारनाथ में चौकीदार के पद पर कार्यरत रामसेवक परिवार के साथ रामपुर में रहता है। चार बच्चों में बड़ा बेटा श्यामलाल साड़ी की दुकान पर काम करता था। उसे बच्चे की चाहत थी लेकिन पत्‍‌नी सरिता का कई बार एबार्शन हो चुका था। पत्‍‌नी पांच माह से प्रेग्नेंट थी। चौदह अप्रैल को श्यामलाल जांच के लिए हॉस्पिटल गया तो पता चला कि बच्चा गर्भ में ही मर चुका है। डॉक्टरों ने आपरेशन कर मृत बच्चे को बाहर निकाला। गंगा में अंतिम संस्कार के दौरान श्यामलाल इस सदमे से काफी परेशान था। ऐसे हालात में उसने खाना-पीना कम कर दिया। नौकरी छोड़कर दिन भर घर में गुमशुम बैठा रहता था।

बैठा रहता था गुमशुम

शनिवार को दोपहर बाद अचानक श्याम लाल गायब हो गया। परिजनों ने काफी खोजबीन की लेकिन कोई पता नहीं चला। सोमवार की शाम रामसेवक थाने जा रहे थे उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने तभी उन्हें मालूम हुआ कि उनके बेटे का शव गंगा में उतराया मिला है। आशंका है कि बच्चे के गम में श्यामलाल ने गंगा में कूदकर जान दे दी। उसकी लाश बहते हुए दशाश्वमेध घाट पर आ गयी। उतराने पर लोगों की नजर पड़ी।