पोस्टर फाड़ने की सूचना पर मीटिंग में नाराज हुए थे सीएम

- करोड़ों की सीवर योजना पर भी आशंकाओं के बादल

एक्सक्लूसिव

मनोज बेदी :

मेरठ। शेरगढ़ी के लोगों को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से टकराव भारी पड़ सकता है। हंगामे से पहले सीएम ने करोड़ों की लागत से सीवरेज सिस्टम बिछाने के आदेश दिए थे, लेकिन अब लोग योजना के क्रियान्वयन पर आशंकित हैं।

अफसरों को लिया आड़े हाथ

शेरगढ़ी मलिन बस्ती में पोस्टर फाड़ने और हंगामे की सूचना सीएम को कमिश्नरी में चल रही बैठक के दौरान लग गई थी। उन्होंने अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए हंगामा कर रहे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। एसएसपी जे। रविंद्र गौड़ ने बताया कि मीटिंग में ही सीएम ने नाराजगी जाहिर की। विकास कार्यो की समीक्षा के बाद उन्होंने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे।

छवि धूमिल करने का प्रयास

शेरगढ़ी क्षेत्र के निवासी सर्वेश, मूलचंद गौतम कहना है कि कुछ आसामाजिक तत्वों ने सीएम की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। जबकि सीएम दलित लोगों के लिए कई सरकारी योजनाओं की घोषणा करने वाले थे।

क्या था मामला

शेरगढ़ी मलिन बस्ती के निरीक्षण के बाद गुस्साए दलित लोगों ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा मचा दिया था। लोगों ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारेबाजी कर पोस्टर व बैनर को आग के हवाले कर दिया था। इस दौरान सरकारी शराब के ठेके का ताला तोड़कर साढ़े तीन लाख रुपये व चार लाख रुपये की शराब लूट ली थी। नौचंदी थाने में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।