योजना: ग्रामीण एरिया में डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर सरकार का बड़ा कदम

प्रत्येक गांव में तैनात वालंटियर्स बताएंगे डॉक्टर पहुंचे या नहीं

शासन को भेजेंगे रिपोर्ट, इसी महीने हो जाएगी तैनाती, CMO से मांगी जानकारी

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की उपस्थिति को लेकर मिल रही शिकायतों पर सरकार सख्त हो चली है। हॉस्पिटल से गायब रहने वाले डॉक्टरों की खबर लेने के लिए गांव में शासन की ओर से वालंटियर्स तैनात किए जाएंगे। इनका काम डॉक्टरों की उपस्थिति के बारे शासन को सूचित करना होगा। इस संबंध में यूपी के प्रत्येक जिले के सीएमओ को पत्र जारी उन्हें वालंटियर्स के नाम भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

12 अप्रैल तक भेजनी है जानकारी

स्वास्थ्य विभाग उप्र के महानिदेशक डॉ। पदमाकर सिंह की ओर से दस अप्रैल को जारी पत्र में कहा गया है कि जिले की प्रत्येक पीएचसी पर चिकित्सकों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए वालंटियर्स की नियुक्ति की जा रही है। यह वालंटियर उसी पीएचसी के आसपास का स्थायी निवासी होगा। उसको स्वास्थ्य विभाग की ओर से नामित करते हुए उसका मोबाइल नंबर प्रत्येक दशा में बारह अप्रैल तक भेजना होगा। यह आदेश प्रदेश के प्रत्येक जिले के सीएमओ को दिए गए हैं।

आसान नही होगा PHC से गायब रहना

ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की मौजूदगी सुनिश्चित कराने की दिशा में यह स्वास्थ्य विभाग का बड़ा कदम माना जा रहा है। इसमें वालंटियर को संबंधित पीएचसी के डॉक्टर के आने-जाने समेत उसके मरीजों के प्रति व्यवहार की पूरी जानकारी शासन को देनी होगी। इससे मनमानी करने वाले डॉक्टरों पर लगाम लगाई जा सकेगी। इसके अलावा पूर्व में शासन ने प्रशासनिक अधिकारियों को समय-समय पर सीएचसी-पीएचसी का दौरा कर रिपोर्ट देने और गायब रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा ऐसे 270 डॉक्टरों की सूची खुद स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी तलब की है।

जिले की प्रत्येक पीएचसी पर चिकित्सकों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए वालंटियर्स की नियुक्ति की जा रही है। यह वालंटियर उसी पीएचसी के आसपास का स्थायी निवासी होगा।

डॉ। पदमाकर सिंह

महानिदेशक, स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश

3692

कुल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र यूपी में

515

कुल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र यूपी में

28

गावों पर औसतन एक पीएचसी है

44597

ग्रामीण पाते हैं पीएचसी से स्वास्थ्य सुविधा