RANCHI : हेल्थ मिनिस्टर रामचंद्र चंद्रवंशी के बार-बार व लगातार इंस्पेक्शन व नसीहत देने के बाद भी रिम्स की व्यवस्था पटरी पर आती नहीं दिख रही है। मंगलवार को उन्होंने एक बार फिर हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। मौके पर न तो हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट मौजूद थे और न ही डिप्टी सुपरिंटेंडेंट। उन्हें जब बताया गया कि स्टोर के मेडिकल ऑफिसर डॉ रघुनाथ सुपरिंटेंडेंट के चार्ज में है, तो वे भड़क उठे। उन्होंने उनसे पूछा कि सुपरिंटेंडेंट की गैर मौजूदगी में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट इसके चार्ज में रहेंगे तो वे कैसे पद संभाल रहे हैं। इस बाबत उन्होंने सुपरिंटेंडेट डॉ एसके चौधरी को शो कॉज जारी कर जवाब देने को कहा है।

सीनियर्स डॉक्टर्स को नसीहत

हेल्थ मिनिस्टर ने इंस्पेक्शन के क्रम में हॉस्पिटल के सीनियर्स डॉक्टर्स के साथ मीटिंग की। उन्होंने कहा कि रिम्स की व्यवस्था बेहतर करने के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, लेकिन यहां सिस्टम पटरी पर नहीं आ रही है। मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर यहां किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर एक्टिंग डायरेक्टर डॉ आरके श्रीवास्तव, डीएस डॉ गोपाल श्रीवास्तव, मेडिकल आफिसर स्टोर डॉ रघुनाथ, डॉ विवेक कश्यप के अलावा कई अन्य डॉक्टर्स मौजूद थे।

खाने की क्वालिटी देख फूटा गुस्सा

हेल्थ मिनिस्टर रामचंद्र चंद्रवंशी ने मौके पर मरीजों को परोसे जाने वाले खाने को मंगवाया। भोजन की घटिया क्वालिटी देख मंत्री जी का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया। उन्होंने डाइटिशियन से इस बाबत पूरी जानकारी मांगी। वहीं, आउटसोर्सिग पर काम कर रही एजेंसी को भोजन की क्वालिटी को लेकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि मरीजों को हाइजेनिक खाना उपलब्ध कराने के लिए ही एजेंसी को रखा गया है। अगर मरीजों को अच्छा खाना नहीं दिया जाता है तो एक्शन लिया जाएगा।