पांच डॉक्टर सस्पेंड

-स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों की लापरवाही पर की कार्रवाई

-बेली, कॉल्विन और डफरिन हॉस्पीटल का किया निरीक्षण

ALLAHABAD: हेल्थ डिपार्टमेंट में भी गजब-गजब के डॉक्टर्स हैं। कोई ड्यूटी करने नहीं आता तो कोई मरीजों को बाहर से दवा खरीदने को विवश करता है। कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं, जो गवर्नमेंट से मोटी रकम तो लेते हैं, लेकिन साल-साल भर तक एक भी ऑपरेशन नहीं करते। गुरुवार को दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने ख्0 मिनट के अंदर ही डॉक्टरों की लापरवाही का इलाज करते हुए पांच को सस्पेंड कर दिया।

निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन दिन में करीब क्क् बजे बेली हास्पीटल पहुंचे, फिर काल्विन और उसके बाद डफरिन हास्पीटल का निरीक्षण किया। तीनों हास्पिटल में स्वास्थ्य मंत्री के अचानक पहुंचने से जहां मरीज खुश हुए वहीं डॉक्टर्स परेशान हो उठे। निरीक्षण पर निकले मंत्री ने डॉक्टरों के लापरवाही की नब्ज पकड़ ली। बेली हॉस्पिटल में कई दिनों से अनुपस्थित चल रहे डा। एसके मिश्रा के अटेंडेंस को देखने के बाद हेल्थ मिनिस्टर ने उन्हें सस्पेंड करने का आदेश दिया। मरीजों ने भी मंत्री से लापरवाही की शिकायत की। जिस पर मंत्री ने डॉक्टरों को कत‌र्व्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाया।

सीएमएस को डीजी ऑफिस से अटैच का आदेश

स्वास्थ्य मंत्री काल्विन हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां अव्यवस्था देख कर भड़क उठे। मरीजों ने लापरवाही के साथ ही बाहर से दवाएं लिखे जाने की शिकायत की। जिस पर मंत्री ने बाहर से लिखी गई दवाओं की पर्ची को जब्त करते हुए अव्यवस्था के आरोप में काल्विन हॉस्पीटल के सीएमएस डा। एआर सिंह को डीजी हेल्थ के ऑफिस से अटैच करने का आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान मिनिस्टर ने चेक किया तो पाया कि कोरांव के डा। राजेश और मांडा के डा। डीएन सिंह ने पूरे साल एक भी ऑपरेशन नहीं किया। उन्हें भी सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने लापरवाही के आरोप में फतेहपुर के डा। नीरज और डा। तवरेज को भी सस्पेंड करने का आदेश दिया।