- दून में हैं सौ से ज्यादा झोलाछाप डॉक्टर

- सीएमओ की मॉनिटरिंग में बनाई जाएगी टीम

DEHRADUN: सूबे की राजधानी में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ करने की प्रैक्टिस सख्ती से रोकी जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से सीएमओ ऑफिस को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

कमेटी बनाकर की जाएगी सख्ती

डिप्टी सीएमओ डॉ। यूएस चौहान के अनुसार झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा प्रैक्टिस किए जाने को लेकर सख्ती से एक्शन लिया जाना है। हालांकि बीच-बीच में स्वास्थ्य विभाग एक्शन लेता रहता है लेकिन, महानिदेशालय की ओर से मिले निर्देश के अनुरूप एक कमेटी बनाकर इस पर प्रभावी अंकुश लगाया जाना है। उनका कहना है कि देहरादून के अंदर तकरीबन सौ से अधिक झोलाछाप डॉक्टर अवैधानिक तरीके से प्रैक्टिस कर रहे हैं। इस तरह की प्रैक्टिस के चलते कई बार मरीज की जान तक पर बन आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग सख्त एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है।

जगह-जगह हैं इनकी दुकानें

झोलाछाप डॉक्टरों की मौजूदगी की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई एरिया होगा जहां पर इनकी दुकान न हो। पटेल नगर, निरंजनपुरी, रायपुर सहित तमाम ऐसे एरिया में इनका धंधा जमकर फल फूल रहा है। हालांकि बीच-बीच में छापेमारी होती रहती है लेकिन, कुछ दिन दुकान बंद होने के बाद ये फिर से सक्रिय हो जाते हैं। इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से टीम बनाकर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं।