RANCHI : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद चारा घोटाले के दो मामले में कोर्ट में पेश हुए। डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में उनकी पेशी सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में हुई। इस मामले में तमिलनाडु के तिरुनुवली के आरटीओ जे शशि, करुर के आरटीओ के सुब्रमण्यम, चेन्नई ईस्ट के आरटीओ एन थिनाकरण व नकीपलयम जिला नवाकाल के आरटीओ आर वेंकटेशन ने गवाही दर्ज कराई। गवाही में यह बात सामने आई कि दो वैसे वाहन जांच में पाए गए हैं, जिसका रजिस्ट्रेशन हुआ ही नहीं था। रजिस्ट्रेशन हुआ नहीं और उससे पशु चारे की ढुलाई दिखाई कर दी गई.घोटाले के आरोपियों द्वारा इन वाहनों का नंबर चालान में भरकर पैसे की निकासी कर ली गई थी। इतना ही नहीं एक ऐसे ट्रक से पशु चारा व उपकरण की ढुलाई दिखाई गई, जिसका बॉडी बना ही नहीं था।

लेटर की पहचान हुई

सभी आरटीओ ने तत्कालीन आरटीओ और ट्रांसपोर्ट कमीश्नर द्वारा सीबीआइ को लिखे गए पत्र की पहचान न्यायालय में की। इसमें सीबीआइ एसपी द्वारा वाहन का नंबर भेजकर विवरणी उपलब्ध कराने को कहा था। गवाहों द्वारा विवरणी दिया गया था। बताया कि दो वैसे वाहन का नंबर उन्हें पता चला, जिसका रजिस्ट्रेशन ही नहीं हुआ था। एक ट्रक का ऐसा नंबर था जिसका बॉडी ही नहीं बना था। इसके अलावा दो पहिया वाहन के तीन नंबर व बाकी ट्रक के नंबर थे।

लालू के एडवोकेट ने नहीं किया जिरह

मामले में आपूर्तिकर्ताओं के अधिवक्ताओं ने गवाहों से जिरह किया। राजनीतिक नेताओं के अधिवक्ताओं ने गवाह से जिरह करने से इन्कार किया। कहा गया कि ये गवाह उनसे संबंधित नहीं हैं। लालू प्रसाद के अधिवक्ता ने भी गवाह से जिरह नहीं किया। लालू के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि गवाह उनसे संबंधित नहीं था, इसलिए वे जिरह नहीं किए। मामले में मंगलवार को नागालैंड से गवाह आएंगे।

दुमका मामले में आठ आरोपियों की ओर से जिरह

दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में आठ आरोपियों की ओर से जिरह हुआ। इसमें सरस्वती चंद्रा, नंद किशोर प्रसाद, रघुनंदन प्रसाद, पंकज मोहन भुई, सुवेंदू कुमार दास, पितांबर झा, लाल मोहन प्रसाद व जगदीश शर्मा शामिल थे। मामले में बहस आरोपियों के नाम का अल्फावेटिकल चल रहा है। अदालत ने मंगलवार को बहस के लिए टी, यू, भी, डब्लू, एक्स, वाई और जेड अक्षर शुरू होने वाले आरोपियों के नाम की ओर से बहस के लिए तिथि निर्धारित की है।