RANCHI:बुधवार को अचानक तपती धूप के बाद मौसम ने यू टर्न ले लिया। महज आधे घंटे के अंदर काले बादल छा गए और दोपहर के वक्त ही अंधेरा छा गया। तेज धूल भरी आंधी से चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। लोग खुद को धूल से बचा ही रहे थे कि इतने में बर्फ के छोटे-छोटे ओलों की बौछार होने लगी। इसके पांच मिनट बाद ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। बिना बारिश के ओले गिरता देख लोगों को काफी हैरानी हुई। लगातार चार बजे तक बारिश का दौर जारी रहा। तेज बारिश के बीच रांची का मौसम खुशनुमा तो हुआ, लेकिन आंधी-तूफान कारण कई जगह पेड़, बिजली के तार और पोल भी गिर गए।

गिरे पेड़ व पोल, सड़क जाम

धूल भरी आंधी से जगह-जगह पेड़ टूट कर गिर गए और सड़क जाम होने से गाडि़यों की आवाजाही बंद हो गई। करमटोली चौक, डोरंडा, नामकुम व हिनू के कई इलाकों में बड़े-बड़े पेड़ टूट कर सड़क पर गिर गए। रांची से नामकुम जाने वाले रास्ते में पेड़ों के गिरने के कारण भारी वाहनों की घंटों लंबी लाईन लगी रही। वहीं दूसरी ओर सिटी के कई इलाकों में बिजली के तार और पोल भी गिर गए। सड़क पर बिजली के नंगे तारों के गिरने के कारण आने-जाने वाले लोगों को भी मशक्कत करनी पड़ी, वहीं स्थानीय लोग एक-दूसरे को सावधान करते नजर आए।

सड़क पर पसरा कचरा

बारिश और हवा के कारण सिटी की सूरत भी बदल भी। लगातार आधे घंटे की बारिश के बाद सिटी के कई इलाकों में पानी भर गया और सड़क पर कचरा का अम्बार लग गया। डस्टबीन के आसपास फैले कचरे पानी में बहकर सड़क पर फैल गए।

रिम्स के सेंट्रल लैब, चाइल्ड ओपीडी में घुसा पानी (फोटो भी है)

बुधवार को मूसलाधार बारिश में रिम्स भी पानी-पानी हो गया। हॉस्पिटल से पानी निकास की व्यवस्था नहीं होने के कारण सेंट्रल लैब, चाइल्ड ओपीडी यूनिट, डॉक्टर्स चैंबर में पानी घुस गया। इमरजेंसी गेट तक बारिश का पानी भर गया। इससे वहां मौजूद पेशेंट्स को काफी परेशानी हुई। सेंट्रल लैब में पानी भर जाने से लोगों को रिपोर्ट के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। कुछ लोग तो इमरजेंसी में पानी के बीच से होते हुए रिपोर्ट लेने लैब पहुंचे। मरीज ओपीडी के बाहर पानी के बीच ही डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। इस बीच डॉक्टरों के चैंबर में भी पानी भर गया। इमरजेंसी से ओपीडी जाने वाले रास्ते में भी बारिश का पानी जमा हो गया था।