विधवाओं पर बयान से फंसी हेमामालिनी

लोकसभा चुनाव में मथुरा सीट से सांसद बनने के बाद जब हेमामालिनी पहली बार मथुरा पहुंची तो उन्हें विवादों ने घेर लिया. दरअसल हेमामालिनी ने वृंदावन के मंदिरों में रहने वाली विधवाओं के बारे में एक विवादास्पद बयान दिया है कि "वृंदावन की विधवाओं के पास बढ़िया बैंक बैलेंस होता है, अच्छी आया होती है, बढ़िया बिस्तर होते हैं लेकिप वे महिलाएं आदतन भीख मांगती है. इसलिए बंगाल और विहार से महिलाओं को वृद्धाआश्रम में आकर नही रहना चाहिए. इससे यहां पर अनावश्यक रूप से भीड़ बढ़ती है."

हर तरफ हो रही किरकिरी

वृंदावन की विधवाओं के संबंध में दिए गए इस बयान से हेमामालिनी की हर तरफ किरकिरी हो रही है. हेमामालिनी ने सोमवार को यह बयान दिया था कि "वृंदावन में 40 हाजार विधवाएं हैं. मुझे नहीं लगता कि शहर में और विधवाओं के लिए जगह है. इनकी बड़ी तादाद बंगाल से आ रही है. यह ठीक नहीं है. वे बंगाल में ही क्यों नहीं रहतीं? वहां भी बहुत अच्छे मंदिर हैं. ऐसा ही बिहार में है."

ममता दीदी से बात करने को कहा

हेमामालिनी ने इस बारे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात करने को कहा है. वह वृंदावन के एक खस्ताहाल विधवाश्रम का दौरा कर रहीं थीं. दरअसल हेमामालिनी पहली बार अपने लोकसभा क्षेत्र पहुंची हैं. अब तक मथुरा ना आने को लेकर लोगों ने कहना शुरू कर दिया था कि उनकी एमपी लापता हैं क्योंकि वह आजतक आई ही नहीं हैं. इसके अलावा हेमामालिनी की संसद में भी कम हाजिरी के चलते आलोचना हुई है.

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