कोई नई भूमिका सोची जा रही
बीजेपी की में लंबे समय से कार्यकारिणी में मौजूद हेमा मालिनी तो बाहर हुईं ही हैं. इनके साथ ही अक्सर प्रवक्ता के दावेदार के रूप में देखी जाने वाली साइना एनसी भी अब बाहर कर दी गयी है. हालांकि, यह अटकलें भी तेज हो गई हैं कि कार्यकारिणी से बाहर हुए बड़े चेहरों के लिए कोई नई भूमिका सोची जा रही है. एक-दो दिनों में केंद्रीय पदाधिकारियों की भी नई सूची आ सकती है. लंबे इंतजार के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकारिणी सदस्यों की सूची सार्वजनिक कर दी. यूं तो हर नए अध्यक्ष के कार्यकाल में सदस्यों में बदलाव होते ही हैं लेकिन इस बार यह बदलाव थोड़ा ज्यादा है. बदलाव इसलिए भी ज्यादा दिखने लगा है क्योंकि पिछली बार के लगभग सवा दो सौ सदस्यों के मुकाबले शाह की कार्यकारिणी में पौने दो सौ सदस्य हैं. इसमें वर्तमान व पूर्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं.

शाह की अध्यक्षता में यह पहली बैठक 
राज्यों के अध्यक्ष, संगठन महामंत्री, परिषद में पार्टी के नेता व केंद्रीय टीम के सभी सदस्य भी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे. गौरतलब है कि तीन-चार अप्रैल को बेंगलुरु में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. जिससे यह इसमे काफी कुछ बदला गया है. सबसे खास बात तो यह है कि अमित शाह की अध्यक्षता में यह पहली बैठक होगी. यहीं से पार्टी भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा करेगी. कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी व सभी केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे. सिर्फ स्मृति और नजमा नदारद रहेंगी. सूची में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा का नाम भी नहीं है लेकिन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते वह सदस्य माने जाएंगे. चंडीगढ़ से लोकसभा सांसद किरण खेर के साथ विशेष आमंत्रित सदस्यों में इस बार अभिनेता सुरेश ओबराय का नाम भी जुड़ गया है. चुनाव से पहले भाजपा का दामन थामने वाले कई नेताओं को जहां मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली वहीं शाह ने भी अपनी टीम में कइयों को स्थान दिया है.

महासचिव और उपाध्यक्ष पद रिक्त
केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, बीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत सिंह जैसे कई चेहरे भी कार्यकारिणी में हैं. वहीं पिछले साल भाजपा में अपनी पार्टी का विलय करने वाले सुब्रह्माण्यम स्वामी को भी कार्यकारिणी में जगह दी गई है. लोकसभा चुनाव में प्रचार से दूर रहे नवजोत सिंह सिद्धू और दिल्ली चुनाव से पहले विवादित बयान देकर पार्टी को उलझन में फंसाने वाली साध्वी निरंजन ज्योति भी कार्यकारिणी के सदस्य हैं. माना जा रहा है कि अगले एक दो दिनों में कार्यकारिणी में थोड़ा और बदलाव दिख सकता है. दरअसल, शाह अपनी टीम में रिक्त पड़े स्थानों पर पदाधिकारियों की नियुक्त करने वाले हैं. महासचिव और उपाध्यक्ष पद के लिए कई रिक्तियां हैं. राष्ट्रीय पदाधिकारी स्वत: कार्यकारिणी के सदस्य हो जाएंगे.

कोई नई भूमिका सोची जा रही
बीजेपी की में लंबे समय से कार्यकारिणी में मौजूद हेमा मालिनी तो बाहर हुईं ही हैं. इनके साथ ही अक्सर प्रवक्ता के दावेदार के रूप में देखी जाने वाली साइना एनसी भी अब बाहर कर दी गयी है. हालांकि, यह अटकलें भी तेज हो गई हैं कि कार्यकारिणी से बाहर हुए बड़े चेहरों के लिए कोई नई भूमिका सोची जा रही है. एक-दो दिनों में केंद्रीय पदाधिकारियों की भी नई सूची आ सकती है. लंबे इंतजार के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकारिणी सदस्यों की सूची सार्वजनिक कर दी. यूं तो हर नए अध्यक्ष के कार्यकाल में सदस्यों में बदलाव होते ही हैं लेकिन इस बार यह बदलाव थोड़ा ज्यादा है. बदलाव इसलिए भी ज्यादा दिखने लगा है क्योंकि पिछली बार के लगभग सवा दो सौ सदस्यों के मुकाबले शाह की कार्यकारिणी में पौने दो सौ सदस्य हैं. इसमें वर्तमान व पूर्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तथा विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं.

 

शाह की अध्यक्षता में यह पहली बैठक
राज्यों के अध्यक्ष, संगठन महामंत्री, परिषद में पार्टी के नेता व केंद्रीय टीम के सभी सदस्य भी कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होंगे. गौरतलब है कि तीन-चार अप्रैल को बेंगलुरु में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. जिससे यह इसमे काफी कुछ बदला गया है. सबसे खास बात तो यह है कि अमित शाह की अध्यक्षता में यह पहली बैठक होगी. यहीं से पार्टी भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा करेगी. कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी व सभी केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे. सिर्फ स्मृति और नजमा नदारद रहेंगी. सूची में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा का नाम भी नहीं है लेकिन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते वह सदस्य माने जाएंगे. चंडीगढ़ से लोकसभा सांसद किरण खेर के साथ विशेष आमंत्रित सदस्यों में इस बार अभिनेता सुरेश ओबराय का नाम भी जुड़ गया है. चुनाव से पहले भाजपा का दामन थामने वाले कई नेताओं को जहां मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिली वहीं शाह ने भी अपनी टीम में कइयों को स्थान दिया है.

 

महासचिव और उपाध्यक्ष पद रिक्त
केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, बीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत सिंह जैसे कई चेहरे भी कार्यकारिणी में हैं. वहीं पिछले साल भाजपा में अपनी पार्टी का विलय करने वाले सुब्रह्माण्यम स्वामी को भी कार्यकारिणी में जगह दी गई है. लोकसभा चुनाव में प्रचार से दूर रहे नवजोत सिंह सिद्धू और दिल्ली चुनाव से पहले विवादित बयान देकर पार्टी को उलझन में फंसाने वाली साध्वी निरंजन ज्योति भी कार्यकारिणी के सदस्य हैं. माना जा रहा है कि अगले एक दो दिनों में कार्यकारिणी में थोड़ा और बदलाव दिख सकता है. दरअसल, शाह अपनी टीम में रिक्त पड़े स्थानों पर पदाधिकारियों की नियुक्त करने वाले हैं. महासचिव और उपाध्यक्ष पद के लिए कई रिक्तियां हैं. राष्ट्रीय पदाधिकारी स्वत: कार्यकारिणी के सदस्य हो जाएंगे.

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