- केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने किया इनॉ्रग्रेशन

- केंद्र से एशिया प्रशांत क्षेत्र के 51 देशों को मिलेंगी सेवाएं

देहरादून : केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने दून में प्राकृतिक धरोहर केंद्र का इनॉ्रग्रेशन किया। वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्लूआईआई) में खोला गया यूनेस्को का यह व‌र्ल्ड हेरिटेज सेंटर एशिया प्रशांत क्षेत्र के 51 देशों में प्राकृतिक धरोहरों के संरक्षण के साथ ही पारिस्थितिकीय तंत्र को दुरुस्त करने में भी मदद करेगा।

51 देशों के अफसर लेंगे प्रशिक्षण

सैटरडे को डब्ल्यूआईआई में आयोजित एक समारोह प्राकृतिक धरोहर केंद्र का उद्घाटन करते हुए डॉ। हर्षवर्धन ने कहा कि वर्ष 2014 में इस केंद्र के लिए यूनेस्को ने मंजूरी दी थी और उसी वर्ष इसकी आधारशिला भी रखी गई। उन्होंने कहा कि वन, वन्य जीव एवं पर्यावरण को लेकर भारत की क्षमता को देखते हुए यूनेस्को ने डब्ल्यूआईआई को केंद्र के लिए चुना। कहा कि वन और वन्य जीवों के संरक्षण व प्रबंधन के लिए यहां 51 देशों के कर्मचारियों और अफसरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। केंद्र के जरिये पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत करने के लिए और बेहतर काम किया जा सकेगा। उद्घाटन समारोह में पेरिस से यूनेस्को निदेशक डॉ। मेटरिल्ड रासलर को वीडियो संदेश भी प्रसारित किया गया। उन्होंने आशा जताई कि केंद्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएगा।