-कैंट स्टेशन पर लगेंगे सीसी कैमरे

-होम मिनिस्ट्री के निर्भया फंड से मिलेगा पैसा

-हेड क्वॉर्टर से होगी मॉनीटरिंग

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कैंट स्टेशन की सिक्योरिटी भगवान भरोसे है। पग-पग पर लूप होल वाले स्टेशन पर नजर रखने के लिए पहले से लगाए गए सीसी कैमरों की भी हालत अच्छी नहीं है। आधे से अधिक कैमरे भी डेड हो चुके हैं। यानी कि ये प्रॉपर काम नहीं कर रहे हैं। कैंट स्टेशन अतिसंवेदनशील की लिस्ट में शामिल होने के बावजूद अब भी यहां इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम नहीं लग सका। रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने कई साल पहले ही वाराणसी जंक्शन पर एयरपोर्ट की तर्ज पर सुरक्षा व्यवस्था का प्लान बनाया था, लेकिन वह फाइलों में अभी भी दबा है। शायद यही वजह है कि यहां सिक्योरिटी तार-तार होती रहती है। स्टेशन पर यदि इंटीग्रेटेड सिस्टम लगा होता तो इसका पता चल सकता था। स्टेशन कैंपस में इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम भले पाइप लाइन में हो पर यहां हाई-फाई कैमरे निर्भया फंड से लगाने का प्लान है। जल्द ही ऐसे कैमरे की जद में पूरा स्टेशन कैंपस होगा।

अंधेरे में भी देख सकेगा कैमरा

देश के टॉप सेंसटिव स्टेशंस में कैंट का नाम भी शामिल है। यहां की सिक्योरिटी को रेलवे प्रियारिटी पर रखता है। ऐसे में रेलवे इस बार स्टेशन कैंपस में मॉर्डन सीसी कैमरे लगाएगा। जिससे अंधेरे में भी स्टेशन कैंपस में आने जाने वालों पर नजर रखा जा सके। एक्सपर्ट के मुताबिक नाइट विजन कैमरे इतने हाई रिज्योल्यूशन के होंगे कि बिना लाइट के ही संदिग्ध को डिटेक्ट कर लेंगे। जिसके बाद कंट्रोल रुम में बैठे एक्सपर्ट तत्काल कार्रवाई कर सकेंगे। खास बात यह कि इन कैमरों के मूवमेंट सीधे नई दिल्ली स्थित सेंट्रल कंट्रोल रूम में भी देखे जाएंगे। जिससे घटना होने पर कंट्रोल ऑफिस से जरूरी निर्देश दिए जा सकें।

बस नाम के कैमरे

कैंट स्टेशन पर लगे 67 सीसी कैमरों में से 80 परसेंट खराब हो चुके हैं। शेष जो कैमरे काम कर रहे हैं उनसे सफाई व्यवस्था की निगरानी होती है। बस नाम के कैमरों से सिक्योरिटी पर नजर रखी जाती है। बहुत जरूरत होने पर संबंधित विभाग को इंफॉर्मेशन देते हैं। वहीं नाम न लिखने की शर्त पर आरपीएफ के ऑफिसर ने बताया कि कैंपस में लगे कैमरे चारों ओर नहीं घूमते और न ही जूम सिस्टम है। इससे सिक्योरिटी की प्रॉपर मॉनीटरिंग करने में प्रॉब्लम हो रही है। वर्तमान समय में हाई-फाई कैमरों की आवश्यकता है।

तब टाइट हो जाएगी सिक्योरिटी

-सभी एंट्री प्वॉइंट्स पर मॉर्डन कैमरे

-मेन हाल से प्लेटफॉर्म तक कैमरों का नेटवर्क

-सर्कुलेटिंग एरिया में मूविंग कैमरे

-प्लेटफॉर्म के दोनों छोर पर हाई फाई कैमरे

-सेकेंड एंट्री की ओर नाइट विजन कैमरा

-लेडिज वेटिंग हॉल

भगवान भरोसे है सिक्योरिटी

- कैंट रेलवे स्टेशन के सभी एंट्री प्वॉइंट्स खुले रहते हैं

- जिन जवानों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वह अक्सर चेक प्वॉइंट से नदारद रहते हैं

- एंट्री प्वॉइंट पर टीसी की मौजूदगी रहनी चाहिए लेकिन अक्सर वह भी गायब रहते हैं