वायरस अटैक की आशंका से बैंकों में हाई अलर्ट

- खतरे को देखते हुए बाहरी मेल या डाटा अपलोड करने पर रोक

- रैनसमवेअर वायरस को ध्यान में रखकर अपग्रेड किए सिस्टम

- बैंकों ने किया दावा, पूरी तरह से सुरक्षित है ग्राहकों का पैसा

पारुल सिंघल

मेरठ। वनाक्राई रैंसमवेयर की बैंक पर साइबर अटैक करने की धमकी मिलने के बाद बैंको में हाईअलर्ट जारी किया गया है। खतरे को भांपते हुए बैंक मैनेजमेंट पूरी तरह सतर्क हो चुके हैं। आरबीआई की ओर से जारी मेल और एसएमएस को ध्यान में रखते हुए बैंकों ने दो दिन की छुट्टी में ही युद्धस्तर पर काम करते हुए अपने सभी सिस्टम्स को अपग्रेड कर लिया। हालांकि कुछ बैंक अधिकारियों ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की।

बैंकों ने किया बचाव

साइबर अटैक से बचने के लिए बैंकों ने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी। सिस्टम हैक न हो इसके लिए बैंक कर्मचारियों को लगातार उनके सिस्टम पर मैसेज फ्लैश करके हर तरह से सावधानी बरतने के लिए चेताया जाता रहा। कई बैंक में सुबह से ही ऊहापोह की स्थिति बनी रही कि सिस्टम खुल भी पाएंगे या नहीं। कर्मचारियों को बाहर से आने वाले मेल किसी भी सूरत में न खोलने व डाटा या सॉफ्टवेयर न लोड करने के निर्देश दिए गए।

हेडऑफिस ने किया सतर्क

रैंसमवेयर के अटैक से सकते में आए सभी बैंकों ने अलर्ट मिलने के बाद दो दिन की छुट्टी में ही सभी ब्रांच और आला अधिकारियों को वाट्सएप और मेल के जरिए निर्देश जारी कर दिए गए। सिस्टम अपग्रेडेशन की वजह से कई बैंको के एटीएम सुबह 10 से 12 तक बंद रहे।

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यह मिले निर्देश

-बैंक के किसी भी सिस्टम में बाहरी यूएसबी या पैनड्राइव नहीं लगाई जाएगी।

- इंटरनेट से कनेक्टड सिस्टम को आइसोलेट करना।

-स्पेशल फार्मेट में आई मेल ही रिसीव करना।

- संदिग्ध मेल को किसी भी सूरत में नहीं खोलना।

-एंटीवायरस अपडेट करना।

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विंडोज एक्सपी पर ही होता है अटैक

वायरस का अटैक विंडोज एक्सपी पर ही होता है। देशभर के लगभग 70 प्रतिशत एटीएम में विंडो एक्सपी से ही काम हो रहा है माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एक्सपी को सपोर्ट करना बंद कर दिया है जबकि 2014 से ही माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एक्सपी के लिए सिक्योरिटी पैज और दूसरे टूल्स नहीं देता है।

कैसे काम करता है रैंसमवेयर

रैंसमवेयर सिस्टम के डेटा को एनक्रिप्ट करके लॉक कर देता है, डेटा को डिक्रिप्ट करने और रिलीज करने के बदले में हैकर्स बिटकॉइन में फिरौती मांगते हैं।

इनका है कहना

दो दिन पहले ही अलर्ट जारी हो गया था। छुट्टी में ही हमने अपने सिस्टम्स को अपडेट कर लिया। सभी ब्रांच को डू एंड डोंट्स के निर्देश जारी कर दिए गए थे। पूरी तरह से सेफ जोन में काम किया जा रहा है।

-अमित श्रीवास्तव, डिप्टी जनरल मैनेजर, इलाहाबाद बैंक

ऐसा हमने सुना था कि कोई अटैक होने वाला है। हमारा पूरा सिस्टम सेंट्रलाइज्ड है, फिर भी सेफ्टी के लिए हमने सोमवार सुबह बैंक खुलते ही सिस्टम अपग्रेड करवा लिए थे।

-भगवान सहाय,

चीफ मैनेजर, कैनरा बैंक, आबूलेन ब्रांच

हमें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली, जो भी सिक्योरिटी अलर्ट होगा वह आईटी विभाग या हेडऑफिस में ही आएं होंगे।

-महेंद्र, मैनेजर, बैंक ऑफ इंडिया,

पब्लिक कमेंट्स (फोटो के साथ)

सरकार सारा सिस्टम ऑनलाइन करती जा रही है। सेफ्टी प्वाइंट पर जीरो हो रहे हैं। ऐसे कोई भी सिस्टम की बैंड बजा देता है भुगतना जनता को पड़ता है।

-माधवी

एडवांस होने के लिए सबसे पहले सिक्योरिटी सिस्टम अपडेट करने चाहिए। जरूरी है जब कोई धमकी दे तभी नींद से जागा जाए।

-अश्रि्वनी

देश और जनता के हित में काम हो रहा है। ठीक है थोड़ी परेशानी होती है लेकिन सब थोड़ा-थोड़ा एडजस्ट करें तो काम आसानी से हो जाएगा।

-शैली