- मेडिकल कॉलेज में पैथोलॉजी विभाग की परीक्षा में घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा

- कोर्ट से स्टे लाए प्रोफेसर ने लगाया दलित उत्पीड़न का आरोप, पुलिस की निगरानी में हुई परीक्षा

KANPUR: मेडिकल कॉलेज में गुरूवार को पैथोलॉजी विभाग में होने वाली लैब टेक्नीशियन की परीक्षा में जमकर ड्रामा हुआ और विभाग में एचओडी को लेकर चल रही लड़ाई भी खुल कर सामने आ गई। ट्रांसफर के बाद कोर्ट से स्टे लेकर लौटे पूर्व एचओडी ने एग्जामिनेशन रूम में जाकर परीक्षा रूकवाई तो वर्तमान एचओडी ने प्रिंसिपल को सूचना देते हुए पुलिस बुला ली। परीक्षा रुकवाने के लिए पूर्व एचओडी फर्श पर लेट गए। इस दौरान पूरे कॉलेज में इस ड्रामे को देखने के लिए जमघट लग गया। एक्टिंग प्रिंसिपल प्रो। आरपी शर्मा ने मौके पर पहुंच कर समझाया बुझाया, जिसके बाद एग्जाम शुरू हो सका। वहीं दो सीनियर प्रोफेसर्स के बीच हुई इस झड़प की रिपोर्ट शासन को भी भेजी जा रही है।

कई दिनों से चल रहा था विवाद

मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी विभाग में एचओडी रहे प्रो। महेंद्र सिंह का अगस्त में बांदा मेडिकल कॉलेज ट्रांसफर हो गया था। उसके बाद प्रिंसिपल डॉ। नवनीत कुमार ने प्रो। सुमनलता वर्मा को विभाग का एचओडी बना दिया। इस बीच प्रो। सिंह हाईकोर्ट से ट्रांसफर पर स्टे आर्डर ले आए तो प्रिंसिपल की तरफ से पहले तो प्रिंसिपल सेकेट्री व डीजीएमई से निर्देशन मांगा गया। उसके बाद 16 सितंबर को प्रो.सिंह को पूर्व की भांति काम करने के आदेश भी जारी किए। इस दौरान चार्ज ट्रांसफर नहीं होने की वजह से एचओडी के कक्ष में दोनों ही प्रोफेसर्स ने ताला डाल दिया।

एग्जाम में हंगामा

शुक्रवार को पैथोलॉजी विभाग में प्रो। वर्मा ने एलटी फाइनल ईयर के एग्जाम बुला लिए। हालाकि प्रो। सिंह का कहना है कि अगर एचओडी का चार्ज उनके पास है तो परीक्षा कराने का अधिकार भी उन्हीं को है। इसी के विरोध में वह एग्जामिनेशन रूम में पहुंच गए और 10 बजे से शुरू होने वाली परीक्षा को रूकवा दिया। इस पर स्वरूप नगर थाने से पुलिस बुला ली गई। बाद में एक्टिंग प्रिंसिपल प्रो.आरपी शर्मा ने बीच बचाव करा कर परीक्षा शुरू कराई। वहीं इस मामले में प्रो। महेंद्र सिंह ने खुद पर दलित उत्पीड़न का आरोप मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर लगाया है।

वर्जन-

कोर्ट के आदेश के मुताबिक ही मैं जिस पोस्ट से ट्रांसफर हुआ उसी पोस्ट पर वापस आया हूं। ऐसे में बतौर एचओडी एग्जाम कराने का हक मेरा ही है, लेकिन प्रो। वर्मा और कॉलेज प्रशासन की तरफ से लगातार कोर्ट के आदेश की अवमानना की जा रही है।

- प्रो। महेंद्र सिंह, पैथोलॉजी विभाग

प्रो। सिंह के ट्रांसफर के बाद प्रिंसिपल सर ने मुझे एचओडी बनाया था। कोर्ट के आदेश के बाद प्रो.सिंह को एचओडी बनाने का कोई आदेश प्रिंसिपल की तरफ से मेरे पास नहीं आया है। लेकिन गुरूवार को प्रो। सिंह ने एग्जामिनेशन रूम में पहुंच कर परीक्षा में व्यवध्ान डाला।

- प्रो। सुमनलता वर्मा, पैथोलॉजी विभाग

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पि्रंसिपल के आदेश पर परीक्षा हो यह सुनिश्चित करने मैं वहां गया था। प्रो। सिंह से बात करने पर वह परीक्षा कराने को राजी हो गए। बाकी विभाग के एचओडी के मामले में फैसला प्रिंसिपल करेगे।

- प्रो। आरपी शर्मा, एक्टिंग प्रिंसिपल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज