-आंवला में हिंदू धर्म का शख्स मुस्लिम दोस्त को किडनी करेंगे डोनेट

-वेडनसडे को डीएम की अध्यक्षता में मीटिंग में लिया गया फैसला, डायरेक्टर हेल्थ को भेजी रिपोर्ट

BAREILLY: अक्सर देखने में आता है कि लोग मजहब के लिए एक दूसरे की जान लेने पर तुले रहते हैं और दो धर्मो के बीच में दीवार खड़ी हो जाती है। लेकिन बरेली में दो युवकों के बीच में मजहब से बड़ी दोस्ती है। यही वजह है कि हिंदू धर्म के शख्स अपने मुस्लिम दोस्त की जान बचाने के लिए उसको अपनी किडनी डोनेट कर रहे हैं। अलग-अलग धर्म का होने के चलते कानूनी प्रक्रिया के तहत ही वह किडनी डोनेट कर सकते हैं। इसी संबंध में वेडनसडे को डीएम की मौजूदगी में मीटिंग हुई। जिसमें डीएम ने किडनी डोनेशन को मंजूरी दे दी। डीएम ने डायरेक्टर हेल्थ को अनापत्ति देते हुए लेटर लिखा है।

बजरिया आंवला निवासी मंसूर रफी पुत्र रफी अहमद की किडनी खराब है। जिसके चलते उनकी जान खतरे में पड़ी हुई है। उनकी जान बचाने के लिए उनके दोस्त मोहल्ला कुरैशियान निवासी विपिन कुमार गुप्ता ने किडनी देने का फैसला किया लेकिन ब्लड रिलेशन न होने के चलते उन्हें इसके लिए कानूनी प्रक्रिया को फालो करना था। जिसके चलते मंसूर रफी ने डीएम गौरव दयाल को को प्रार्थना पत्र दिया था। उन्होंने प्रार्थना पत्र के साथ दिल्ली के डॉक्टर द्वारा 12 मई 2016 को किडनी की जरूरत का कागज भी लगाए थे। इसमें लिखा था कि उनका दोस्त अपनी स्वेच्छा से उन्हें किडनी दान कर रहा है। इसके चलते मानव अंग प्रत्यारोपण नियमावली के तहत जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया। जिसके बाद दोनों की कमेटी द्वारा जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि दोनों के बीच में कोई खरीद फरोख्त का मामला नहीं है और डोनर बिना किसी दबाव के किडनी दान कर रहा है। इस संबंध में वेडनसडे को मीटिंग हुई जिसमें दोनों के बयान भी लिए गए और इनकी रिकार्डिग भी की गई। जिसके बाद डीएम ने अनुमति दे दी।