- सीएम अखिलेश यादव ने किया डिजिटल एक्सप्रेस वे काच उद्घाटन

- पिछले 25 सालों में विधानसभा की कार्यवाही की हर जानकारी होगी उपलब्ध

LUCKNOW : पिछले 64 सालों में यूपी की विधानसभा में क्या-क्या हुआ यह सब आपको जल्द ही ऑनलाइन मिलेगा। पहले फेज में 25 सालों का डाटा आनलाइन किया जा चुका है और अब 1952 तक की कार्यवाही अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। यह सारी जानकारी विधानसभा की वेबसाइट http://www.uplegisassembly.gov.in पर आसानी से उपलब्ध होगी। इसे प्रदेश सरकार का डिजिटल एक्सप्रेस वे का नाम दिया जा रहा है।

विधायकों का लेखा जोखा भी

प्रदेश के लोगों को विधानसभा में होने वाली कार्यवाही की जानकारी और उनके क्षेत्र का विधायक का पार्टिसिपेशन विधानसभा के अंदर कितना रहता है यह सब आसानी से उपलब्ध होगा। एक सर्च इंजन से पूरी जानकारी मिनटों में मिल जाएगी। यहां तक कि कार्यवाही के दौरान किस नेता ने विधानसभा में क्या बोला उसके क्षेत्र की कितनी समस्याओं पर विधानसभा के अंदर डिसकशन हुआ यह सब भी वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। संडे को विधानसभा की नयी वेबसाइट का उद्घाटन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया।

सबसे बड़ा 'डिजिटल एक्सप्रेस वे'

इस वेबसाइट पर विधानसभा की 1952 से लेकर अब तक की कार्रवाई का पूरा ब्योरा होगा। इसमें पहले फेज में 25 सालों का डिजिटलाइजेशन पूरा हो सका है। दूसरे फेज में 1952 में जब पहली बार विधानसभा गठित हुई थी, तक की कार्यवाही को डिजिटलाइज्ड कराया जाएगा। अधिकारियों का दावा है कि यह यह देश की किसी भी विधानसभा की जानकारी के हिसाब से सबसे अच्छी और बेहतर वेबसाइट है। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दूबे की मानें तो इसे 1887 तक की कार्यवाहियों को डिजिटलाइज करने का प्रयास किया जाएगा जब यूनाइटेड प्रोविंस में लेजिसलेटिव काउंसिल का गठन किया गया था।

नहीं खोजनी होंगी फाइलें

इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि जमाना टेक्नालॉजी का है। हर जानकारी लोगों को इंटरनेट पर मिल जा रही है। आम जनता को भी मौका मिलेगा अपने नेताओं के बारे में जानकारी हासिल करने का कि क्षेत्र में क्या करते हैं और विधानसभा के अंदर क्या करते हैं। इतना ही नहीं इससे लोगों को रिसर्च करने में आसानी होगी। विधायक लाइब्रेरी नहीं जाते लेकिन उम्मीद की जा सकती है कि वेबसाइट पर सारी जानकारी आने के बाद कम से कम वह जानकारियां जरूर हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट को भी पूरी तरह से डिजिटलाइज किया जा रहा है। इससे जनता को भी फायदा होगा। पहले जहां एक एक फाइल ढूंढने में लोगों के आंखों में गर्द और गुबार तक चला जाता था, वहीं अब सिर्फ एक क्लिक पर चीजें उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि गुड गवर्नेस के साथ तेजी से ट्रांसपेरेसी के साथ हम काम करने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार ने सारे गजेटियर आनलाइन कर दिये, शासनादेश आनलाइन कर दिये, पेंशन के पैसे सीधे एकाउंट में जा रहा है। इन सब कामों में प्रदेश आगे है। कैसे टेक्नालॉजी का लाभ लिया जा सके इसके लिए वह लगातार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे ना सिर्फ जनता, विधायक और मंत्री को लाभ होगा बल्कि मीडिया के लोग भी अपनी जरूरत की चीजें निकाल सकेंगे।

आजम खां ने ली चुटकी

संसदीय कार्यमंत्री मोहम्मद आजम खां ने कहा कि इस वेबसाइट से अब किसी नेता के दिल में क्या है, दिमाग में क्या है, ऐसे लोगों के विधानसभा में दिये गये बयान देख और सुन सकेंगे। स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिये बिना उन्होंने कहा कि कल तक जो लोग दूसरी पार्टियों पर हमला करते थे वही अब उसी पार्टी का हिस्सा हैं। वेबसाइट पर उनके पुराने बयान भी देखे जा सकेंगे। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि अलग अलग क्षेत्र के लोग अपने विधायकों के बारे में जानकारी ले सकेंगे कि वह विधानसभा में अपने क्षेत्र के लिए कितनी दिलचस्पी दिखायी है। गांव तक लोगों को असानी से जानकारी पहुंच सकेगी और पारदर्शिता आयेगी। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दूबे ने इस मौके पर डिजिटलाइजेशन से ना सिर्फ प्रदेश के लोगों को बल्कि यूपी के बारे में जानकारी हासिल करने के इच्छुक देश के दूसरे राज्यों या फिर विदेशों में बैठे लोगों को भी जानकारी हो सकेगी।