- जन्म से है एचआईवी पॉजिटिव, हालत बिगड़ने के बाद एआरटी सेंटर से किया गया था हैलट रेफर

- मेडिसिन विभाग के जेआर ने भर्ती करने से मना किया, ईएमओ के दखल पर 3 घंटे बाद किया भर्ती

KANPUR: जन्म से ही एचआईवी पॉजिटिव घाटमपुर से आई 19 साल की लड़की को हैलट इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड से एक जेआर ने भगा दिया। उसके मां-बाप हालत बिगड़ने पर उसे हैलट में भर्ती कराने पहुंचे थे, लेकिन जब मेडिसिन विभाग के जेआर को उसके एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी हुई तो पहले काफी देर तक टरकाते रहे और बाद में भगा दिया। पीडि़त परिजनों ने जब ईएमओ से इसकी शिकायत की तब काफी मुश्किलों के बाद वह लड़की को भर्ती करा सके।

एआरटी सेंटर से हुई थी रेफर

घाटमपुर की रहने वाली इस लड़की की हालत बिगड़ने की वजह से बुधवार को परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज में बने एआरटी सेंटर पहुचे थे, जहां से डॉ। चमन ने उसे हैलट रेफर कर दिया। दोपहर 12 बजे के करीब वह हैलट इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड पहुंचे, जहां उस समय डॉ। प्रेम सिंह की यूनिट के जेआर डयूटी पर थे। परिजनों के मुताबिक पहले तो जेआर उसे अगले दिन आकर ओपीडी में दिखाने के लिए कहते रहे। जब बेटी की हालत का हवाला दिया तो इमरजेंसी से जाने के लिए कह दिया।

ईएमओ ने कराया भर्ती

दो घंटे तक इलाज नहीं मिलने पर जब परिजनों ने ईएमओ डॉ। विनय कटियार से शिकायत की और इलाज से जुड़े कागज दिखाए। पहले तो ईएमओ ने ऐसे ही जेआर से भर्ती कराने के लिए कहा जिस पर जेआर ने मना कर दिया। बाद में यूनिट इंचार्ज से शिकायत करने पर उसे भर्ती किया गया।