हालात

- जीतने की उम्मीद में प्रत्याशियों ने दिया रंग का पहले से आर्डर

- व्यापारी भी पर्याप्त डिलवरी के लिए कर रहे माथापच्ची

- होली से दो दिन पहले घोषित होंगे चुनाव के परिणाम

आई स्पेशल

Meerut : इस बार होली से ऐन पहले 11 मार्च को विधान सभा चुनाव का रिजल्ट आएगा। व्यापारियों के मुताबिक इसका सीधा असर रंग-गुलाल के मार्केट पर पड़ेगा। इस दौरान चाहे सरकार किसी की भी बने, लेकिन रंग व गुलाल की बिक्री जरूर बढ़ेगी। कुछ प्रत्याशियों ने अभी से रंगों के लिए आर्डर भी दिया है। जिसके चलते व्यापारी भी पर्याप्त डिलवरी के लिए माथापच्ची कर रहे है।

चुनाव में बढ़ेगा कारोबार

मेरठ में हर साल होली पर तकरीबन 200 से 220 क्विंटल रंग व गुलाल का कारोबार होता है। चुनावी रिजल्ट आने के चलते इस आंकड़ें में भारी उछाल आने का अनुमान व्यापारी लगा रहे हैं। व्यापारियों का मानना है कि सन 2012 में चुनाव का रिजल्ट होली के आस-पास आया था। जिसके चलते जनपद में 310 क्विंटल के आसपास रंग का कारोबार हुआ था।

पहले से आर्डर

रंग कारोबारी हिमांशु ने बताया कि मेरठ में कई प्रत्याशियों ने पहले ही रंग का आर्डर दे दिया है। मेरठ में सहारनपुर, मुज्जफरनगर, शामली, बागपत आदि जनपदों के प्रत्याशियों ने भी आर्डर दिया है, जिसे पूरा करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।

दूसरे व्यापारी भी आजमा रहे हाथ मेरठ में रंग-गुलाल के कारोबार से लगभग 70 कारोबारी जुड़ें हैं। लेकिन सीजन की नजाकत को भांपते हुए दूसरे कारोबारियों ने भी इस कारोबार में हाथ आजमाने का फैसला किया है। नए जुडे व्यापारियों का मानना है कि इस बार कारोबार पर नोट बंदी का असर पड़ने की आशंका थी, लेकिन चुनावी माहौल ने उसकी भरपाई पूरी कर दी है। जिसके चलते परचून की दुकान चलाने वाले दर्जनों से ज्यादा अन्य कारोबारियों ने भी इसकी ओर रूख कर माल का आर्डर दिया है।

हाथरस से आता है माल

व्यापारियों के अनुसार रंग और गुलाल का 60 फीसदी माल हाथरस जनपद से आता है, कुछ कारोबारी यहां भी माल बनाते हैं, लेकिन उसकी क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती।

-----