होलिका दहन के साथ शुरू हुई मस्ती की बयार में दो दिन तक डूबता उतराता रहा हर कोई

रंगबिरंगी टोपियां पहनकर गली-मोहल्लों से लेकर सड़कों पर घूमती रही होलियारों की टोलियां

ALLAHABAD: एक मार्च को होलिका दहन के साथ ही पूरा शहर रंगों के त्योहार के उल्लास में डूब गया। लगातार दो दिन तक शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक सिर्फ रंगों की खुशियां ही दिखाई दी। रंगे पुते चेहरों और अबीर-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की शुभकामना देते हुए शहरी रंगों में सराबोर रहे। दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर सवार होलियारों की टोलियां 'बुरा ना मानो होली है' का जयकारा लगाते हुए निकली रही तो बड़े बुजुर्गो से लेकर छोटे-छोटे बच्चों ने गली-मोहल्लों में एक दूसरे को रंग लगाकर अपनी खुशियों को दोगुना किया।

कहीं डीजे की धून तो कहीं रंगों की बौछार

शहर में शुक्रवार और शनिवार को रंगों के त्योहार की मस्ती छाई रही। होलिका दहन के बाद से ही दारागंज, अल्लापुर, बैरहना, सोहबतियाबाग , कटरा, सिविल लाइंस, अशोक नगर, राजापुर, धूमनगंज, राजरूपपुर, करेली, शाहगंज व बेनीगंज सहित अन्य इलाकों में त्योहार की खुमारी दिखी। शुक्रवार को सुबह सात बजते बजते गली-मोहल्लों में डीजे की धुन पर बजते 'होली खेले रघुबीरा अवध में', 'नाकाबंदी- नाकाबंदी', 'तमंचे पर डिस्को', 'बलम पिचकारी', व 'रंग दे रंग दे' जैसे गीतों पर होलियारों की टोली झूमती रही। अबीर-गुलाल लगाकर लोगों ने एक-दूसरे को होली की बधाईयां दी और केसरिया, लाल, पीला, नीला व हरा रंग लगाकर ' बुरा ना मानो होली है' का जयकारा लगाया। कई मोहल्लों में तो युवाओं की टोली ने सिर से लेकर पैर तक अपने साथियों को रंगों से सराबोर कर दिया था।

मलिंगा के बालों का क्रेज

पहले दिन गली-मोहल्लों से लेकर शहर की सड़कों पर युवाओं का उत्साह दिखाई दिया। श्रीलंकाई क्रिकेटर लसिथ मलिंगा के बालों का क्रेज भी खूब दिखाई दिया। आकर्षक और लम्बे-लम्बे बालों वाली हेयर कट पहन कर निकले युवा हर किसी को आकर्षित करते रहे। शनिवार को घरों में महिलाओं और लड़कियों ने जमकर होली खेली। 'होली है-होली है' का जयकारा लगाते हुए महिलाएं एक-दूसरे के घर पहुंची तो ढोल व मजीरा की धुन पर उनका स्वागत किया गया। चारों तरफ रंगे पुते चेहरों ने होली की खुशियां मनाई।

ठंडई और गुझिया से स्वागत

शहर में दो दिनों तक दिनभर होली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया तो शाम के समय मेलमिलाप का दौर चला। नए-नए कपड़े पहनकर युवाओं और छोटे-छोटे बच्चों ने घर के बड़े-बुजुर्गो का आशीर्वाद लिया। घर की महिलाओं ने भी मेहमानों को मिश्राम्बु व ठंडई के साथ ही गुझिया, पुआ व रसगुल्ला खिलाकर खुशियां बांटी। एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर लोगों ने होली की बधाई दी। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।

गजराज के संग केसरिया होली

शनिवार को जीरो रोड चौराहे पर अनोखे तरीके से त्योहार मनाया गया। व्यापारी नेता अमर वैश्य मुन्ना भइया की अगुवाई में व्यापारियों ने गजराज के साथ केसरिया होली खेली। बड़े-बड़े ड्रम में केसरिया रंग घोल कर रखा गया था। महावत को नेकी देकर और गुझिया व पापड़ खिलाकर गजराज का पूजन किया गया। गजराज केसरिया रंग को सूंड में भरकर लोगों पर फेंकते रहे। आधा घंटे के इस दृश्य को लोगों ने कैमरे में कैद भी किया।