झारखंड विधानसभा चुनाव 2014 में देश के किसी भी गृहमंत्री द्वारा सबसे अधिक चुनावी सभाओं को संबोधित करने का रिकार्ड भी बना। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने झारखंड विधानसभा चुनाव में 20 चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इसके पहले देश के किसी भी गृहमंत्री ने इतनी ज्यादा चुनावी सभाएं किसी भी राज्य में नहीं की थी।

सीएम को अपने ही मंत्रियों के खिलाफ करना पड़ा प्रचार

-हेमंत की फोटो लगाएं

झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार में पहली बार ऐसा हुआ जैसा विरले ही देखने को मिलता है। पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री को अपने ही कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के खिलाफ चुनाव प्रचार करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ मंत्री भी मुख्यमंत्री को हराने के लिए चुनाव प्रचार करते नजर आए। झारखंड सरकार में शामिल जेएमएम और कांग्रेस का गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रियों को अलग-अलग चुनाव लड़ना पड़ा, लेकिन सरकार में वे साथ रहे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस और राजद कोटे से सरकार में शामिल मंत्रियों के खिलाफ जाकर जहां अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करते नजर आए, वहीं इन पार्टियों के मंत्री भी मुख्यमंत्री के खिलाफ अपनी पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करते दिखे।

7. एक पूर्व मुख्यमंत्री को छोड़ सभी एक्स सीएम बने कैंडीडेट

-शिबू की फोटो लगाएं

झारखंड विधानसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ है जब सिर्फ एक पूर्व मुख्यमंत्री को छोड़कर सभी पूर्व मुख्यमंत्री प्रत्याशी थे। झारखंड के पहले मुख्यमंत्री और जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी जहां दो सीट धनवार और गिरीडीह से चुनाव लड़े, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुण्डा और मधु कोड़ा भी चुनाव लड़े। सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ही इस बार चुनाव नहीं लड़ पाए। क्योंकि वह दुमका से सांसद हैं। जबकि बाबूलाल मरांडी और मधु कोड़ा जहां लोकसभा चुनाव हार गए थें, वहीं अर्जुन मुण्डा लोकसभा का चुनाव नहीं लड़े थे।