MATHURA (10 Feb.): थाना सदर बाजार के औरंगाबाद में किशोरी को जलाकर मारने के मामले में पुलिस ने हालांकि आरोपी युवक के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मगर, किशोरी के सिर में पीछे की ओर चोट के निशान और खून ने पुलिस का माथा ठनक दिया है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी युवक और उसका परिवार रातोंरात घर छोड़कर चला गया है। स्थितियों को भांपते हुए गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।

मिट्टी का तेल छिड़क

कर आग लगाई

गांव औरंगाबाद में देवेंद्र उर्फ देवो की पहली पत्नी का निधन हो चुका है। जबकि दूसरी पत्नी सुनीता है। सुनीता के पहले पति का निधन हो चुका था, उससे एक लड़की सुरेखा थी। देवो से शादी के दौरान सुनीता के साथ सुरेखा भी औरंगाबाद आ गई थी। देवो ने उसे बेटी मान लिया था। करीब 17 वर्षीय सुरेखा गोकुल के एक कॉलेज में 11वीं की छात्रा थी। घटनाक्रम के अनुसार, देवो और उसकी पत्नी मंगलवार शाम को खेत पर थीं। घर पर सुरेखा अकेली थी। इसी दौरान पड़ोस का युवक पदम सिंह उर्फ भोला घर में घुस आया और सुरेखा से छेड़खानी करने लगा। विरोध करने पर भोला ने सुरेखा पर मिटटी का तेल छिड़ककर आग लगा दी। इस आग में बुरी तरह से जलने से सुरेखा की मौत हो गई।

ताऊ ने दर्ज कराई एफआईआर

देवो ने पुलिस को बताया था कि भोला उसकी लड़की से आए दिन छेड़खानी करता था। इसी बात को लेकर मंगलवार सुबह उसकी भोला से कहासुनी भी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने सुरेखा के ताऊ प्रताप सिंह की तहरीर पर आरोपी पदम सिर्फ उर्फ भोला के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने गांव औरंगाबाद में दबिश दी, मगर भोला और उसका परिवार गांव से जा चुका था।

सुरेखा की जिस मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में जली है, वह मकान घनी आबादी के बीच में है। उसके मकान के चारों ओर मकान सटे हैं। उस गली के सामने भी एक रास्ता है। आसपास में भी अपनों के ही मकान हैं। ऐसी स्थिति में एक युवक आसानी से घर में दाखिल होता है और आग लगाकर आसानी से ही निकल जाता है। जिस कमरे में सुरेखा को कथित रूप से जलाया गया, उस कमरे में रजाई, बेड, फर्नीचर और अन्य सामान भी रखा हुआ था। आश्चर्य कि आग लगने से कमरे का अन्य कोई सामान नहीं जला। आरोपों के अनुसार घटना के दौरान घर में सुरेखा अकेली थी, तब आरोपी ने उसे जलाया था । सुरेखा को जब जबरन आग लगाई गई तो जाहिर सी बात है कि उसने शोर मचाया होगा, वह इधर-उधर भी भागी होगी, तो केरोसिन के छींटे भी इधर-उधर पड़े होंगे। लेकिन मौके पर इसके निशान नहीं थे। सवाल यह भी है कि परिजन उसे अस्पताल क्यों नहीं ले गए? परिजनों का आरोप है कि आरोपी युवक आए-दिन छेड़खानी करता था, जबकि पुलिस और ग्रामीणों का कहना है कि किशोरी और आरोपी युवक आपस में बातें करते थे। इसकी जानकारी मोहल्ले के लोगों को पहले से ही थी।