ये है बवाल का कारण? 
दरअसल, शाम के समय समनपुरा और मछली गली के रहने वाले 12-13 साल के 5-6 बच्चे कैंपस में घुस आए। हॉस्पीटल के मेन गेट से करीब 100 मीटर अंदर सभी आपस में चाकूबाजी कर रहे थे। कुछ जूनियर डॉक्टर की नजर पड़ी। उन्होंने चाकूबाजी करने से सभी को रोका और कैंपस से बाहर जाने को कहा। उस समय सभी बच्चे तो चले तो गए, लेकिन कुछ देर बाद ही 50-60 की संख्या में लोगों को लेकर पहुंच गए.एक साथ बड़ी संख्या में हॉस्पीटल के अंदर पहुंचे लोकल पŽिलक उग्र हो गए और कैंपस में खड़े वाहनों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। फिर बाइक से पेट्रोल निकाल आग लगाने लगे। इसी बीच रोकने पहुंचे सिक्योरिटी सुपरवाइजर की पिटाई कर दी। फिर बाइक में आग लगा दी। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों की खोज कर पिटाई शुरू कर दी. 

जूनियर डॉक्टर के बयान पर शास्त्रीनगर थाने में लोकल पŽिलक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है।  पुलिस ठोस कार्रवाई करेगी.
-चंदन कुशवाहा, सिटी एसपी, सेंट्रल

ये है बवाल का कारण? 

दरअसल, शाम के समय समनपुरा और मछली गली के रहने वाले 12-13 साल के 5-6 बच्चे कैंपस में घुस आए। हॉस्पीटल के मेन गेट से करीब 100 मीटर अंदर सभी आपस में चाकूबाजी कर रहे थे। कुछ जूनियर डॉक्टर की नजर पड़ी। उन्होंने चाकूबाजी करने से सभी को रोका और कैंपस से बाहर जाने को कहा। उस समय सभी बच्चे तो चले तो गए, लेकिन कुछ देर बाद ही 50-60 की संख्या में लोगों को लेकर पहुंच गए.एक साथ बड़ी संख्या में हॉस्पीटल के अंदर पहुंचे लोकल पŽिलक उग्र हो गए और कैंपस में खड़े वाहनों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। फिर बाइक से पेट्रोल निकाल आग लगाने लगे। इसी बीच रोकने पहुंचे सिक्योरिटी सुपरवाइजर की पिटाई कर दी। फिर बाइक में आग लगा दी। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों की खोज कर पिटाई शुरू कर दी. 

 

जूनियर डॉक्टर के बयान पर शास्त्रीनगर थाने में लोकल पŽिलक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है।  पुलिस ठोस कार्रवाई करेगी।

-चंदन कुशवाहा, सिटी एसपी, सेंट्रल